इजराइल और हमास के बीच जारी जंग सोमवार को दसवें दिन में प्रवेश कर गया है. इस बीच खबर आ रही है कि गाजा के 23 लाख नागरिकों को रविवार को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए भीषण संघर्ष का सामना करना पड़ा. हमास के आतंकवादियों के इजराइल पर अप्रत्याशित हमला करने के एक सप्ताह बाद गाजा में फिलिस्तीनी बुनियादी जरूरत की चीजों से भी वंचित हो गए हैं.
गाजा के हजारों लोग उत्तरी इलाके को खाली करने के इजराइल के आदेश का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं अन्य लोग वहां के अस्पतालों में जमा हो गए. गाजा में चिकित्सकों ने रविवार को आगाह किया कि यदि घायल लोगों से भरे अस्पतालों में ईंधन और बुनियादी आपूर्ति खत्म हो गई, तो हजारों लोगों की मौत हो सकती है.
पिछले सप्ताह हमास के घातक हमले से शुरू हुए युद्ध के बीच इजराइल के संभावित जमीनी हमले से पहले नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षा खोजने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोतों की बढ़ती तैनाती के बाद इजराइली सेना गाजा की सीमा पर लामबंद हो चुकी है. इजराइल ने कहा है कि वह आतंकवादी समूह हमास को खत्म करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाएगा.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि लड़ाई शुरू होने के बाद से 2,329 फलस्तीनी मारे गए हैं. यह संख्या 2014 में इजराइल-गाजा के बीच छिड़े युद्ध से भी अधिक है. यह युद्ध छह सप्ताह से अधिक समय तक चला था. इस बार के संघर्ष में 1,300 से अधिक इजराइली मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश नागरिक हमास के सात अक्टूबर के हमले में मारे गए. 1973 में मिस्र और सीरिया के साथ हुए संघर्ष के बाद से यह इजराइल के लिए यह सबसे घातक युद्ध है.
इजराइल की सेना ने 10 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया. इजराइल ने गाजा के निवासियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए सोशल मीडिया पर भी निर्देश जारी किया. इसके साथ ही विमान के जरिये गिराए गए पर्चों में भी यही आदेश दोहराया गया.
सेना ने कहा है कि वह उत्तर में हमास आतंकवादियों के खिलाफ एक बड़े अभियान से पहले नागरिकों को हटाने की कोशिश कर रही है, जिसमें गाजा शहर में भूमिगत ठिकाने भी शामिल हैं. हालांकि, हमास ने लोगों से अपने घरों में रहने का आग्रह किया है. सेना ने रविवार को कहा कि वह पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक दक्षिण में एक भी मार्ग को निशाना नहीं बनाएगी और फिर से फलस्तीनियों से सामूहिक रूप से उत्तरी इलाके को छोड़ने का आग्रह किया. सेना ने एक दिन पहले फलस्तीनियों से दो गलियारे से निकल जाने की पेशकश की थी.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र और सहायता समूहों ने कहा है कि इतनी तेजी से पलायन, साथ ही 40 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र की इजराइल द्वारा पूरी घेराबंदी के कारण भीषण मानवीय संकट होगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उत्तरी इलाकों के अस्पतालों में नवजात शिशु और गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में इलाजरत लोगों समेत 2,000 से अधिक मरीजों के लिए निकासी ‘‘मौत की सजा के समान हो सकती है.’’
Also Read: Israel Hamas War : हमास के अबतक तीन टॉप कमांडर ढेर, देखें इजराइल के ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक की तस्वीरसंयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा के अस्पतालों में दो दिनों के भीतर जनरेटर का ईंधन खत्म होने की आशंका है, इससे हजारों मरीजों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा. इजराइल की घेराबंदी के कारण पानी और चिकित्सा आपूर्ति की किल्लत के कारण गाजा पहले से ही मानवीय संकट में है. निवासियों ने कहा कि कुछ बेकरियां बंद होने से वे ब्रेड खरीदने में भी असमर्थ हैं. इजराइल की सेना ने कहा है कि हजारों फलस्तीनी नागरिक चेतावनी के मद्देनजर दक्षिणी क्षेत्र की ओर पहले ही जा चुके हैं.
अमेरिका गाजा के साथ लगी मिस्र की राफा सीमा को फिर से खोलने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के प्रयास में है, ताकि अमेरिकियों और अन्य विदेशी नागरिकों को वहां से जाने की अनुमति मिल सके और मिस्र की ओर से एकत्रित मानवीय सहायता को पहुंचाया जा सके. युद्ध के आरंभ में हवाई हमलों के कारण यह सीमा बंद कर दी गई थी. इजराइल में हमास द्वारा पकड़े गए और गाजा ले जाए गए करीब 150 लोगों के सैकड़ों रिश्तेदार तेल अवीव में इजराइली रक्षा मंत्रालय के बाहर एकत्र हुए और उनकी रिहाई की मांग की.