सहरसा. तीन दिवसीय श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ सोमवार को महिषी स्थित राजकमल क्रीड़ा मैदान में स्थानीय सांसद दिनेश चंद्र यादव सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. उद्घाटन से पूर्व मंच पर आगत अतिथियों का अंगवस्त्र, प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया. इसके बाद सांसद सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया.
महिषी ज्ञान की धरती है
इससे पूर्व जवाहर नवोदय के बच्चों द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति दी गयी. साथ ही अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन किया. डीएम की अनुपस्थिति में अपर समाहर्ता ज्योति कुमार ने स्वागत संबोधन किया. शशि प्रभा के संचालन में चले इस कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्य अतिथि सह सांसद दिनेश चंद्र यादव ने संबोधित करते कहा कि महिषी ज्ञान की धरती है. यहां एक से बढ़कर एक विद्वान हुए हैं. यहां इतने बड़े महोत्सव का उद्घाटन कर काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.
उग्रतारा स्थान शक्तिपीठ के साथ तंत्र स्थल भी है
उन्होंने कहा कि उग्रतारा स्थान शक्तिपीठ के साथ तंत्र स्थल भी है. यह स्थल देश-विदेश में भी विशिष्ट स्थान रखता है. उन्होंने कहा कि पूर्व के कोसी की स्थिति में अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से काफी सुधार हुआ है. गांव-गांव तक सड़क का निर्माण हुआ है. बांध पर सड़क के निर्माण से लोगों को काफी लाभ मिला है. इस दुरूह क्षेत्र के बलुआहा में 553 करोड़ की लागत से कोसी नदी पर पुल बनाने से लोगों को काफी लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस क्षेत्र की महत्ता को देखते हुए तीन दिवसीय महोत्सव की स्वीकृति दी.
मां उग्रतारा की अराधना से लौकिक एवं अलौकिक शक्ति की प्राप्ति
उन्होंने कहा कि मां उग्रतारा की अराधना से लौकिक एवं अलौकिक शक्ति की प्राप्ति होती है. यहां आदिगुरु शंकराचार्य को मंडन मिश्र व विदुषी भारती ने शास्त्रार्थ में पराजित किया था. उन्होंने कहा कि मां उग्रतारा स्थान को उच्चैठ भगवती स्थान (मधुबनी) से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. इसके लिए भेजा में 14 सौ करोड़ की राशि से पुल का निर्माण होगा. उन्होंने कहा कि जीवन में रंग उत्सव का बहुत ही महत्व है. विधायक गुंजेश्वर साह ने कहा कि हम सभी मिलकर श्री उग्रतारा महोत्सव मना रहे हैं. मां उग्रतारा के आर्शीवाद से कोसीवासी सफल जीवन जी रहे हैं.
स्मारिका में राजकमल की चर्चा नहीं होना दुखदायी
उन्होंने कहा कि कोसी के क्षेत्र में लोग पांच-छह महीने जलजमाव के बीच जीवन यापन को विवश होते हैं. इस इलाके से जलजमाव की समस्या दूर हो, तो यहां के लोगों का जीवन सुदृढ़ हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यहां के लोग रोजगार के लिए दिल्ली, पंजाब सहित अन्य शहर नहीं जायेंगे, तो उनके मां-पिता को शायद ही कफन भी नसीब हो. विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि राजकमल की धरती पर आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव के अवसर पर स्मारिका का अनावरण किया गया. स्मारिका में राजकमल की चर्चा नहीं होना दुखदायी है. उन्होंने आगे से इस महोत्सव में स्व राजकमल की चर्चा की मांग की. जिससे आने वाली पीढी उनके कृतित्व से परिचित हो सके. वहीं उन्होंने सांसद से क्षेत्र के विकास के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग एवं त्रि स्तरीय पंचायत के सदस्यों के मानदेय बढोत्तरी की मांग मुख्यमंत्री से करने का आग्रह किया.
कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चों ने गोसांइनी गीत, जय जय भैरवी असुर भयावनी, छठ गीत, शिव तांडव सहित अन्य गीत की प्रस्तुति दी. कलाकार अंशुप्रिया ने भगवती गीत की प्रस्तुति दी. कलाकार रौशन कुमार ने सुगम संगीत की प्रस्तुति दी. मिथिला के उत्कृष्ट स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के बाद संध्या साढे सात बजे से अल्ताफ राजा की प्रस्तुति होगी.
ये रहे मौजूद
मौके पर विधायक गुंजेश्वर साह, विधान पार्षद अजय कुमार सिंह, अपर समाहर्ताा ज्योति कुमार, उप विकास आयुक्त संजय कुमार निराला, सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा, एसडीपीओ संतोष कुमार, मुख्यालय डीएसपी एजाज मणि, जिला परिवहन पदाधिकारी अजमल खुर्शीद, जिला आपूर्ति पदाधिकारी चंदन झा, वरीय उप समाहर्ता कुमारी सुरभि, प्रमंडल वन पदाधिकारी रमेंद्र कुमार सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञान चंद शर्मा, डीपीआरओ योगेंद्र लाल, जिला कृषि परामर्शी डॉ मनोज सिंह, सहायक निदेशक उद्यान शैलेंद्र कुमार,. सहायक निदेशक पौधा संरक्षण राजीव कुमार रजक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा रजनीश झा सहित बडी संख्या में ग्रामीण व अधिकारी मौजूद थे.