नई दिल्ली : सावधान! अगर आप भारत की राजधानी दिल्ली में हैं या दिल्ली में रहते हैं, तो यहां की सड़कों पर गाड़ी चलाने से पहले आपको कुछ जरूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए. दिल्ली यातायात पुलिस की मानें, तो यहां की 20 से अधिक ऐसी सड़कें, चौक या फ्लाईओवर्स हैं, जो ड्राइविंग के लिहाज से काफी खतरनाक हैं. इन टॉप 20 ब्लैक स्पॉट से जब आप गुजर रहे हों, तो गाड़ी संभलकर चलाएं. आए दिन इन सड़कों पर हादसों की खबरें सुनने को मिलती हैं. इसलिए आपको इन टॉन 20 ब्लैक स्पॉट के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है. इन्हें जानने के बाद आप दिल्ली में सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाएंगे.
ये हैं दिल्ली के टॉप 20 ब्लैक स्पॉट
दिल्ली यातायात पुलिस की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, सड़क हादसों के लिहाज से शहर में 20 स्थानों को ब्लैक स्पॉट निर्धारित किया गया है. इनमें युसूफ सराय, रंगपुरी, अंधेरिया मोड़, सीडीआर चौक, चिराग दिल्ली, नेताजी सुभाष मार्ग, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, रानी झांसी रोड, आनंद पर्वत, बंदा बहादुर वैरागी मार्ग प्लाईओवर, आजादपुर चौक, भलस्वा चौक, मुकरबा चौक, बुराड़ी चौक, मजनूं का टीला, पंजाबी बाग चौक, गाजीपुर बॉर्डर फ्लाईओवर, मुकुंदपुर चौक, रजोकरी फ्लाईओवर, मधुबन चौक, पीरागढ़ी चौक और नांगलोई रेलवे फाटक शामिल हैं.
दिल्ली क्या है एक्सिडेंट का रेशियो
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में वर्ष 2020 में कुल 4178 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं. इनमें 3662 लोग घायल हुए, जबकि 1163 जानलेवा सड़क हादसे थे. इनमें 1196 लोगों की मौत हुई. इन 1196 में से 100 लोगों की मौत अकेले आउटर रिंग रोड पर हुई, जहां कुल 256 सड़क हादसे हुए थे. वहीं, आजादपुर चौक पर 23 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 22 लोग जख्मी हो गए और 9 की जान गई. दूसरे नंबर पर आउटर रिंग रोड का भलस्वा चौक रहा, जहां कुल 16 सड़क दुर्घटनों में 12 लोग जख्मी हुए और 9 मारे गए. ध्यान देने वाली बात यह भी है कि 2019 के ब्लैक स्पॉट्स की लिस्ट में आजादपुर चौक 8वें नंबर पर रहा था, जबकि मुकंदपुर चौक पहले नंबर पर था. वहीं, मुकरबा चौक तीसरे और मजनूं का टीला चौक छठे नंबर पर रहा था.
दिल्ली के टॉप 10 ब्लैक स्पॉट
दिल्ली की टॉप 10 जानलेवा सड़कों में आउटर रिंग रोड, रिंग रोड, जीटी करनाल रोड, रोहतक रोड, एनएच-8, वजीराबाद रोड, नजफगढ़ रोड, महरौली-बदरपुर रोड, एनएच-24 और मथुरा रोड शामिल हैं. ओवर स्पीडिंग, साइकिल चलाने और पैदल यात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाओं में अभाव के कारण इन स्थानों पर सड़क हादसों की आशंका अधिक रहती है. ये सड़कें काफी खुली और चौड़ी हैं, जिस कारण गाड़ियां तेज रफ्तार से चलती हैं. वहीं, इन सड़कों के आस-पास कई घनी आबादी वाली बस्तियां भी हैं, जो या तो साइकिल का अधिक इस्तेमाल करते हैं या बस स्टॉप तक पैदल या रिक्शे से आते-जाते हैं.