केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार की तरफ से फेस्टिव सीजन का बड़ा तोहफा मिल गया है. केंद्र सरकार ने वर्ष 2022-23 के लिए गैर-राजपत्रित (नॉन गैजेटेड) ग्रुप बी और ग्रुप सी कर्मचारियों के लिए नॉन-प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस का एलान किया है. इसमें ग्रुप C और ग्रुप B के नॉन गैजेटेड कर्मचारियों को एक महीने की सैलरी के बराबर पैसा बोनस के रूप में दिया जाता है. एडहॉक बोनस का फायदा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के सभी योग्य कर्मियों को भी मिलेगा.
जो अस्थायी तौर से एडहॉक बेस पर नियुक्त हैं, उन्हें भी यह बोनस मिलेगा, बशर्ते उनकी सेवा के बीच कोई ब्रेक न रहा हो. ऐसे कर्मचारी जो, 31 मार्च 2023 को या उससे पहले सेवा से बाहर हो गये, त्यागपत्र दे दिया हो या सेवानिवृत्त हुए हों, उन्हें स्पेशल केस माना जायेगा. इसके तहत वे कर्मी, जो अमान्य तरीके से मेडिकल आधार पर 31 मार्च से पहले रिटायर हो गये या दिवंगत हो गये हैं, लेकिन वित्तीय वर्षमें छह माह तक नियमित ड्यूटी की है, तो उन्हें एडहॉक बोनस के योग्य माना जायेगा.
कर्मचारियों की ऐवरेज सैलरी, गणना की उच्चतम सीमा के अनुसार, जो भी कम हो, उसके आधार पर बोनस दिया जाता है. 30 दिनों का मासिक बोनस करीब एक महीने की सैलरी के बराबर होगा. एक उदाहरण रूप में हम इसे ऐसे समझ सकते हैं. अगर किसी कर्मचारी को 18000 रुपए मिल रहे हैं, तो उसका 30 दिनों का मासिक बोनस लगभग 17,763 रुपए हुआ. इसमें कैलकुलेशन के हिसाब से 7000*30/30.4= 17,763.15 रुपए (17,763 रुपए) बनेगा.
इस तरह के बोनस का फायदा उन सभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिलेगा जो कि 31 मार्च 2023 तक सर्विस में थे. साल 2022-23 के दौरान कम से कम छह महीने तक लगातार ड्यूटी दी है. एडहॉक बेस पर नियुक्त अस्थायी कर्मचारियों को भी ये बोनस मिलेगा. हालांकि, सर्विस में कोई ब्रेक नहीं होना चाहिए.