गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला जिला के बिशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना क्षेत्र के नेतरहाट घाटी के पास हादसा हो गया. घाटी के मिलिट्री मोड़ के समीप रांची से नेतरहाट घूमने जा रहे पर्यटकों की कार अनियंत्रित होकर 300 फीट गहरी खाई में गिर गई. इस हादसे में कार सवार, 20 वर्षीय मोहम्मद शहबाज रिजवी उर्फ कैफ की मौके पर ही मौत हो गई. शहबाज रिजवी रांची बरियातू का रहने वाला था. वहीं कार चालक 35 वर्षीय शदाब खान के माथे में गंभीर चोट लगी है. जबकि कार सवार शारीख खान का दाहिनी पैर टूट गया. वहीं 18 वर्षीय फरदीन खान और 19 वर्षीय सइयद सवेब को हल्की चोटें लगी हैं. सइयद ने बताया कि ‘हम लोग रांची बरियातू के रहने वाले हैं. शनिवार शाम अपनी कार से नेतरहाट घूमने जा रहे थे. इसी दौरान नेतरहाट घाटी में तीखा मोड होने के कारण चालक ने गाड़ी से अपना संतुलन खो दिया और गाड़ी खाई में जा गिरी और यह हादसा हो गया.
300 फीट खाई से निकलकर सड़क पर आया घायल, फिर दी जानकारी
नेतरहाट घाटी में गाड़ी खाई में गिरने के बाद सैयद और शदाब बड़ी मुश्किल से 300 फीट गहरी खाई से बाहर सड़क तक निकले और राहगीरों को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद राहगीरों ने गुरदरी पुलिस को घटना से अवगत कराया. सूचना पाकर पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रात के लगभग 2:00 बजे तक ऑपरेशन चला और मृतक और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिशुनपुर लाया गया.
बी सीआरपीएफ 158 बटालियन एवं पुलिस ने चलाया 4 घंटा रेस्क्यू ऑपरेशन
घाटी में 300 फीट गहरी खाई में कार गिरने की सूचना जैसे ही, बी सीआरपीएफ 158 बटालियन बनारी पिकेट के पुलिस उपाधीक्षक सुधीर कुमार एवं संबंधित थाना के थानेदार सदानंद सिंह को मिली. वे बिना देर किए अपनी टीमों के साथ घटनास्थल पहुंचे और लगभग 10:30 बजे रात से 2:00 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर मृतक सहित घायलों को बाहर निकाला, जिसके बाद घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिशुनपुर भेजा. मौके पर पीड़ितों के परिजनों ने कहा कि पुलिस ने बड़ी मशक्कत से घायलों को बाहर निकाला है, नेतरहाट घाटी के लिए पुलिस का यह रूप किसी भगवान से काम नहीं था. आम आदमी को नीचे खाई में उतरना मुश्किल था, जहां से पुलिस ने बड़ी ही सतर्कता एवं तत्परता के साथ सभी घायलों को बाहर निकाला. रेस्क्यू ऑपरेशन में सीआरपीएफ के जवान सुधा कुमार, योगेन्द्र सिंह, सुमित लकड़ा, राज कुमार मार्सकुले, मोहम्मद नसीम अली, सुशील सिंह, रमणेश कुमार और गुरदरी थाना के चालक शंकर कुमार की भूमिका अहम रही.
108 एम्बुलेंस के कॉल सेंटर में बजती रही घंटी नहीं मिला रिस्पॉन्स
तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर झारखंड सरकार द्वारा चलाए जा रहे 108 एंबुलेंस सेवा बिशुनपुर प्रखंड में दम तोड़ती नजर आ रही है. समय पर घायलों को एंबुलेंस सेवा नहीं मिल रही है, जिससे निजी वाहनों में अस्पताल पहुंचने को विवश होना पड़ रहा है. गाड़ी खाई में गिरने के बाद राहगीर, प्रशासन, मीडिया बंधु, के द्वारा 108 एंबुलेंस को कई बार कॉल किया गया, परंतु सेंटर से कोई भी रिस्पॉन्स नहीं मिल सका और यह नई बात नहीं है. कई बार केंद्र में कॉल करने से प्रतिनिधियों के द्वारा बताया जाता है कि एम्बुलेंस व्यस्त है या, कोई एंबुलेंस खाली नहीं है. ये तो यह भी नहीं बता पाते कि एंबुलेंस कब तक मिल सकेगा. इधर चिकित्सा पदाधिकारी अंकुर उरांव एवं विकास भारती के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत के द्वारा घटनास्थल पर निजी वाहन भेजा गया, जिसमें घायलों को लाया गया. लोगों का कहना है कि 108 सेवा बिशुनपुर प्रखंड में निश्चित रूप दम तोड़ रही है. इधर रविवार सुबह पुलिस ने मृतक का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर गुमला भेजा है.
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