नई दिल्ली : इसे आरटीओ के दलालों की कारस्तानी कहेंगे या फिर परिवहन विभाग के अधिकारियों की चूक? नंबर प्लेट सेम और वाहन मालिक के घर का एड्रेस भी सेम, लेकिन ऑटो (पैसेंजर थ्री व्हीलर) दो. सबसे बड़ी बात यह कि ऑटो के कागजात पर एड्रेस के साथ लिखा हुआ मोबाइल नंबर भी सेम ही था. गाड़ी का कागज देखने के बाद अंदाजा लगा पाना मुश्किल कि असली रजिस्ट्रेशन किस ऑटो का है? इस रविवार यानी 22 अक्टूबर को दोनों ऑटो का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की पार्किंग में आमना-सामना हो गया. इसके बाद फिर जो राज खुला, वह चौंकाने वाला निकला.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की पार्किंग में हुआ आमना-सामना
हिंदी के अखबार नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की पार्किंग में एक ही नंबर प्लेट और एड्रेस वाले दोनों ऑटो के बीच में तीन ऑटो खड़े थे. इन दोनों के बीच बस तीन ऑटो की दूरी का ही फासला था. इन दोनों ऑटो पर जब पीसीआर (पुलिस कंट्रोल रूम) की गाड़ी में तैनात एएसआई अमर सिंह और हेड कॉन्स्टेबल मनोज की नजर पड़ी, तो ये दोनों पुलिसकर्मी भी उलझन में फंस गए. उनके लिए असली और नकली ऑटो में फर्क करना मुश्किल हो गया. इन दोनों पुलिसकर्मियों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पार्किंग ऑटो स्टैंड पर एक समान प्लेट वाले ऑटो के नंबर बोलकर उनके ड्राइवर को पास आने के लिए आवाज लगाई. रिपोर्ट में कहा गया है कि असली रजिस्ट्रेशन वाला ऑटो ड्राइवर उनके पास फौरन आ गया. वहीं नकली रजिस्ट्रेशन वाले ऑटो का ड्राइवर वहां से रफुचक्कर हो गया. काफी देर तक ऑटो वहीं खड़ा रहा.
फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर पर दूसरा ऑटो
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस की छानबीन में जो कहानी सामने आई, वह चौंकाने वाली निकली. छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि असली रजिस्ट्रेशन ऑटो वाला ड्राइवर काफी समय से इस बात से परेशान था कि ट्रैफिक पुलिस की ओर से काटे गए चालान उसके घर के पते पर पहुंच रहे थे. ऐसी जगहों पर भी चालान काटे गए, जिस रूट पर उसने कभी किसी सवारी को पहुंचाई ही नहीं. नकली रजिस्ट्रेशन नंबर की वजह से वह अभी तक हजारों रुपये का चालान में भर चुका है.
फर्जी रजिस्ट्रेशन वाला ऑटो जब्त
असली ऑटो वाले ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि इस बाबत उसने रणहौला थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस को भी अलर्ट किया था कि उसके नाम-नंबर पर कोई दूसरा ऑटो भी दिल्ली में चल रहा है. उसने पुलिस को दी गई शिकायत आशंका जताई है कि फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले ऑटो से कोई क्राइम या संदिग्ध गतिविधि होती है, तो वह फंस सकता है. रविवार दोपहर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से नकली रजिस्ट्रेशन वाले दूसरे ऑटो को जब्त किए जाने से असली मालिक ने राहत की सांस ली. नई दिल्ली रेलवे थाने की पुलिस ने उस ऑटो को जब्त कर लिया. वह कुछ साल पहले चोरी हुआ था. रोहिणी थाने में ई-एफआईआर भी दर्ज है.
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