दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र सरकार से यह मांग की है कि दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाए. गोपाल राय ने यह कहा कि अगर पटाखों पर प्रतिबंध रहे तो दिल्ली के स्वास्थ्य पर बेहतर प्रभाव पड़ेगा. गोपाल राय ने आज कहा कि इस साल पिछले वर्ष की तुलना में दशहरे के दौरान कम पटाखे फोड़े गए हैं, यह दिल्ली के पर्यावरण के लिए बेहतर है.
#WATCH | Delhi Environment Minister Gopal Rai says, "Two days back, the AQI level in Delhi was above 300. A decrease in the AQI level has been recorded and it has come below 300. I think that in the days to come, this will keep fluctuating. It is being estimated that after 30th… pic.twitter.com/iglsj7GIWZ
— ANI (@ANI) October 25, 2023
गोपाल राय ने कहा कि हम स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं, इससे पता चलता है कि दिल्ली में पीएम 10 का प्रदूषण कम हो रहा है. इसे रोकने के लिए पूरी दिल्ली में धूल विरोधी अभियान चलाया गया है और सभी क्षेत्रों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि धूलकण को रोका जा सके. पीएम 2.5 वाहनों से होने वाला प्रदूषण है और यह पराली के जलने से भी बढ़ता है. इस प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सचिवालय में एक बैठक बुलाई गई है. 26 अक्टूबर से जन जागरूकता अभियान – ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’…भी शुरू किया जाएगा. गोपाल राय ने कहा कि पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या बढ़ती तो है, लेकिन अभी यह समस्या बहुत गंभीर नहीं हुई है.
गौरतलब है कि ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है. यही वजह है कि दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए दूसरे स्तर के उपाय किए जा रहे हैं. आज लाल किले के आसपास प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा देखा गया. गुवाहाटी से यहां आये विष्णु कुमार पाल ने सुबह की सैर के दौरान बताया कि यहां प्रदूषण बहुत ज्यादा है. मास्क पहनना पड़ रहा है. वहीं एक अन्य व्यक्ति ने राकेश कुमार ने बताया कि लाल किले के आसपास हम पहले सुबह के 8-9 बजे तक टहल लेते थे, लेकिन अब स्थिति खराब हो गई है, प्रदूषण की वजह से 6-7 बजे बजे के बाद सैर करना मुश्किल हो जाता है. आज सुबह दिल्ली में AQI 190 था, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है, जबकि सोमवार को यह 306 तक पहुंच गया था जो खराब स्तर में गिना जाता है. नोएडा में आज समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 218 था, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है.
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