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Israel Hamas War: इजराइल हमास लड़ाई का भारत पर भी पड़ सकता है असर, लग सकता है बड़ा झटका

Israel Hamas War: अगर युद्ध और व्यापक छिड़ता है तो भारतीय जवान भी इससे प्रभावित होंगे इसके अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है. युद्ध लंबा छिड़ा तो कच्चे तेल महंगे हो जाएंगे. जिससे Inflation के बढ़ने की संभावना पैदा होगी.

Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच छिड़ा युद्ध हर बीते दिन के साथ तेज होता जा रहा है. हमास के ठिकानों पर इजराइल की सेना चुन चुनकर हमला कर रही है. लड़ाई की शुरुआत 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों की ओर से इजराइल पर किये हमले के बाद शुरू हुई. वहीं अब मिडिल ईस्ट की भू-राजनीतिक स्थिति में तेजी से बदलाव आ रहा है. इजराइल हमास की जंग के कारण दुनिया भी दो भागों में बंटती जा रही है. जहां एक ओर इस्लामिक देश हमास और गाजा के समर्थन में खड़े हैं और उन्हें रूस और चीन जैसे बड़े और ताकतवर देशों का भी साथ मिल रहा है, तो वहीं इजराइल के पक्ष में अमेरिका और यूरोप के कई देश खुल कर खड़े हैं. अमेरिका को इजराइल को हथियार भी सप्लाई कर रहा है. उसके जंगी जहाज  इजराइल की मदद को भूमध्य सागर में खड़े हैं.

दो भागों में बंटने लगी है दुनिया
इजराइल हमास युद्ध के दौरान आईडीएफ की ओर से गाजा पट्टी पर आतंकियों के ठिकानों पर भयंकर बमबारी की जा रही है. इजराइली बारूद बड़ी बड़ी इमारतों के रेत में बदल दे रहे हैं. वहीं, गाजा पट्टी पर हमले के खिलाफ दुनिया भर के मुस्लिम देश लामबंद हो रहे हैं. मिडिल ईस्ट के इस्लामिक देश खास कर ईरान इजराइल के खिलाफ खड़ा है. आतंकियों को मदद करने के साथ-साथ वो इजराइल पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग पर अड़ा है. ईरान चीन का दोस्त हैं और चीन रूस का परम मित्र है. ऐसे में चीन और रूस न इजराइल से हमदर्दी जता रहे हैं और न आतंकी हमले के खिलाफ कुछ बोल रहे हैं. वहीं, अमेरिका इजराइल के पक्ष में खुल कर खड़ा है. उसके जंगी जहाज इजराइल पर मुस्लिम देशों के हमले से रक्षा करने के लिए तैनात है. साथ ही वो हथियारों की खेप भी इजराइल पहुंचा रहा है. इसके अलावा- इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली समेत कई और यूरोपीय देश इजराइल के समर्थन में खड़े हैं.

पड़ेगा अर्थव्यवस्था पर असर?
हालांकि भारत सीधे तौर पर इजराइल की हथियारों से मदद नहीं कर रहा है. लेकिन आतंकियों की करतूत का भारत ने कई बार निंदा की है. हालांकि इजराइल हमास युद्ध का प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से भारत पर भी असर पड़ रहा है. दरअसल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल और लेबनान बॉर्डर (UNIFIL) लाइन पर भारत के करीब 900 जवान तैनात हैं. अगर युद्ध और व्यापक छिड़ता है तो भारतीय जवान भी इससे प्रभावित होंगे इसके अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है. युद्ध लंबा छिड़ा तो कच्चे तेल महंगे हो जाएंगे. जिससे Inflation के बढ़ने की संभावना पैदा होगी. इसका खासा प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.

इजराइल ने भारत से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने का किया आग्रह
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने आज यानी बुधवार को कहा कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करें. इजराइली राजदूत ने पत्रकारों से बात करते हुए हमास के खिलाफ आतंकवाद-रोधी अभियानों में इजराइल का “100 प्रतिशत” समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया. गिलोन ने कहा कि इजराइल ने सात अक्टूबर को हुए बर्बर हमले के बाद संबंधित भारतीय पदाधिकारियों से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आग्रह किया है. इसके साथ ही, उन्होंने संकेत दिया कि इस मामले को पहले भी उठाया जा चुका है.

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गाजा में इजराइली हवाई हमले बढ़े, जान-माल का भारी नुकसान
इधर, इजराइल ने गाजा पट्टी पर बीते एक दिन में जमकर हमला किया है. आईडीएफ के हवाई हमले में बड़ी भी इमारतें मलबे में बदल गई हैं. इससे पहले, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बीते दिन बड़ी संख्या में फलस्तीनी मारे गए और बमबारी के कारण हुए नुकसान और बिजली आपूर्ति बाधित हो जाने के कारण चिकित्सकीय सेवाएं ठप रहीं. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हवाई हमलों के कारण मंगलवार को कम से कम 704 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं. इजराइल ने मंगलवार को कहा था कि उसने बीते दिन 400 हवाई हमले किए, जिसमें हमास के कमांडर समेत कई उग्रवादी मारे गए.

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