Telangana Vidhansabha Election 2023 : कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को 45 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का नाम भी शामिल है. पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, अजहरुद्दीन को हैदराबाद शहर के जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है. वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मधु गौड़ याक्षी को लाल बहादुर नगर, के. राजगोपाल रेड्डी को मुनुगोडे, मुरली नाइक को महबूबाबाद और रॉबिन रेड्डी को अंबरपेट से टिकट दिया गया है. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर शुक्रवार को फिर से चर्चा की थी. सीईसी ने बुधवार को भी तेलंगाना को लेकर बैठक की थी. पार्टी तेलंगाना की कुल 119 सीट में से 100 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में, 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है. कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं.
राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीट जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी. वहीं, कांग्रेस को 19 और एआईएमआईएम को सात सीट पर जीत मिली थी. भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को दावा किया कि यदि कांग्रेस राज्य की सत्ता में आई तो वह किसानों के लिए रायथु बंधु तथा नि:शुल्क बिजली जैसी कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर देगी. उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति तभी जारी रहेगी जब उनकी पार्टी को दूसरी बार सत्ता में लाया जाएगा. तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं.
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विभिन्न चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बीआरएस के 10 साल और कांग्रेस के 50 साल के शासन को विकास के तराजू पर तौलें. उन्होंने महबूबाबाद की सभा में लोगों से बीआरएस उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए कहा, ‘‘यदि बीआरएस सरकार को वोट दिया जाता है, तो प्रगति जारी रहेगी. लोगों को फायदा होगा. मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप तुलना करें कि कांग्रेस के 50 साल और बीआरएस के 10 साल के शासनकाल में शासन कैसा था.’’
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में किसानों को खाद की कमी से परेशानी हुई, नकली बीज का भी खतरा था और धान का कोई खरीददार नहीं था. राव ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी कहते हैं कि ‘रायथु बंधु’ जनता के पैसे का दुरूपयोग है. अन्य नेता, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष का कहना है कि किसानों के लिए तीन घंटे बिजली पर्याप्त है. उनका कहना है कि अगर कांग्रेस (चुनाव) जीतती है, तो रायतु बंधु को राम-राम और दलित बंधु को जय भीम….’’ राव ने कहा कि डॉ एम. एस. स्वामीनाथन जैसे प्रख्यात वैज्ञानिक और संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं ने भी ‘रायथु बंधु’ की सराहना की है. यह किसानों से जुड़ी कल्याणकारी योजना है.