Bihar Police News: दुर्गा पूजा के दौरान फेसबुक, यू-ट्यूब् आदि सोशल मीडिया हैंडलों पर 100 से अधिक आपत्तिजनक एवं भड़काऊ पोस्ट चिह्नित किये गये हैं. इन पोस्ट में सांप्रदायिक टीका-टिप्पणी की गयी थी, जिनमें तस्वीरें, वीडियो और कमेंट आदि शामिल हैं. बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. शुक्रवार को नियमित ब्रीफिंग में एडीजी ने बताया कि दुर्गापूजा पंडालों में स्थापित 96 फीसदी प्रतिमाओं का विसर्जन पूरा कर लिया गया है. राज्य में इस वर्ष 15312 प्रतिमाएं स्थापित की गयी थीं. अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन हो चुका है. स्थानीय परंपरा और तिथि के अनुसार इन प्रतिमाओं का भी शीघ्र विसर्जन किया जायेगा.
बता दें कि बिहार में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान कई जिलों में झड़प के मामले सामने आए. बेगूसराय, औरंगाबाद और छपरा में हालात बिगड़ गए. पुलिस की मुस्तैदी की वजह से किसी बड़ी अनहोनी को टाल दिया गया. छपरा में जब हालात बिगड़े तो इंटरनेट पर रोक लगा दी गयी. इससे जुड़े सवाल पर एडीजी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन परिस्थिति के अनुसार आवश्यक कार्रवाई कर रहा है. मुख्यालय के स्तर से पहले से ही अतिरिक्त बलों की तैनाती की गयी है. अभी स्थिति सामान्य है.
Also Read: समलैंगिक विवाह: बिहार में दो लड़कियों ने भागकर रचा ली शादी, बतायी- कैसे दे बैठीं एक-दूजे को दिल..
वहीं बिहार पुलिस की ओर से अपराधियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई के आंकड़े भी जारी किए गए. बिहार पुलिस ने 2023 में हर दिन औसत एक हजार अपराधियों व अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. हार्डकोर अपराधियों के मामले में गिरफ्तारी का आंकड़ा हर माह औसत करीब एक हजार रहा है. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023 में जनवरी से सितंबर तक कुल 2,62,791 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें 9,511 हार्डकोर अपराधी रहे.
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पिछले सालों की तुलना में अपराधियों की गिरफ्तारी में लगातार वृद्धि हो रही है. वर्ष 2021 में पूरे साल में एक लाख 97 हजार 582 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें हार्डकोर अपराधियों की संख्या 9,071 थी. पिछले साल वर्ष 2022 में तीन लाख 46 हजार 332 अपराधी पकड़े गये. इनमें 9,116 हार्डकोर अपराधी रहे. वहीं, इस साल सितंबर तक ही दो लाख 62 हजार से अधिक अपराधी पकड़े जा चुके हैं, जिनमें 9511 हार्डकोर अपराधी हैं. वर्ष 2021 में हार्डकोर अपराधियों की गिरफ्तारी का मासिक औसत 756 था जो वर्ष 2022 में बढ़कर 759 हुआ और इस साल बढ़कर 1057 तक आ गया है.
एडीजी ने बताया कि मोतिहारी पुलिस ने 22 अक्तूबर को गैंगस्टर लारेंस विश्नोई एवं बिक्रम बरार गैंग के दो अपराधियों को अवैध आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तार किया था. इनमें एक अपराधी शशांक पांडेय के विरुद्ध हरियाला के अंबाला थाना, शाहाबाद कुरुक्षेत्र थाना, चोमू जयपुर थाने में रंगदारी, फायरिंग, डकैती आदि का कांड दर्ज हैं. इन अपराधियों ने बिहार में छिपकर शरण ली थी या यह किसी अपराध को अंजाम देने आये थे, इसकी जांच पुलिस कर रही है.
बिहार पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़ भी कई बार हुई. पिछले 9 महीने के दौरान विभिन्न जिलों में 180 ऐसी घटनाएं सामने आयीं जहां पुलिस पर हमला किया गया. इन हमलों में 350 से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी हुए. 2023 में बिहार में सबसे अधिक गिरफ्तारी पटना से हुई है. जनवरी से सितंबर तक पटना में 3254 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया. बता दें कि बिहार पुलिस ऑपरेश वज्र के तहत कार्रवाई कर रही है. जनवरी से सितंबर तक 9 महीने में 2219 हथियार बरामद किए गए. 8810 कारतूस भी जब्त किए गए.