पश्चिम बंगाल में ईडी द्वारा गिरफ्तार किये गये राज्य के वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (Minister Jyotipriya Mallik) की सेहत में सुधार हो रही है. हृदय की गति को समझने के लिए हॉल्टर मॉनिटर टेस्ट किया गया. वहीं, ज्योतिप्रिय के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की एमआरआइ जांच की गयी. जांच में मंत्री के हाथ व पैरों में कुछ दिक्कतें देखी गयीं. सुबह मंत्री ने डॉक्टरों को बताया कि उनके बायें हाथ को बल नहीं मिल रहा है. इसके बाद डॉक्टरों ने उनका दोबारा एमआरआइ करने का फैसला किया. चेस्ट थेरेपी भी की जा रही है. चिंता कम करने के लिए ज्योतिप्रिय मल्लिक को रात में नींद की गोलियां भी दी गयीं. उन्हें अब सीसीयू से केबिन में शिफ्ट किया गया है.
गौरतलब है कि ज्योतिप्रिय को ईडी ने 27 अक्तूबर को गिरफ्तार किया था. इसी दिन उन्हें बैंकशाल कोर्ट में भी पेश किया गया. जज द्वारा 10 दिनों की ईडी हिरासत का आदेश दिया गया था. यह सुनकर मंत्री बीमार पड़ गये थे. इसके बाद से उन्हें इएम बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. चूंकि मंत्री को मधुमेह भी है, इसलिए उन्हें सामान्य डायबिटिक भोजन ही दिया जा रहा है.
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अस्पताल परिसर की ओर से ईडी को वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की सेहत से जुड़ी जानकारी दे गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज डाॅक्टरों की टीम बैठक करेगी और बैठक के बाद निर्णय लिया जा सकता है कि आखिर ज्योतिप्रिय मल्लिक काे कब तक अस्पताल से छोड़ा जा सकता है.
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राशन वितरण घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राज्य के वन मंत्री व पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, उनके परिजनों और करीबियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. जांच एजेंसी मल्लिक को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि परिजन जांच के दायरे में हैं. वन मंत्री की पुत्री प्रियदर्शिनी साॅल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी दफ्तर पहुंचीं थी. बताया जा रहा है कि वह अपने साथ कुछ दस्तावेज लेकर जांच एजेंसी के दफ्तर पहुंची थीं. ईडी अधिकारियों ने उन्हें तलब कर उनके आर्थिक लेन-लेन से संबंधित कुछ दस्तावेज मांगे थे. संभवत: दस्तावेज उसी से संबंधित थे. कुछ देर बाद ही प्रियदर्शिनी ईडी कार्यालय से वापस लौट गयीं. जांच एजेंसी के दफ्तर से बाहर निकलने पर पत्रकारों द्वारा मामले से जुड़े सवाल पूछे जाने पर वह बिफरी हुई दिखीं.