करवा चौथ पर देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में चांद नजर आने के बाद सुहागिनों ने चंद्र दर्शन और पूजा-अर्घ्य के बाद अपना व्रत खोला.
करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए करती हैं.
करवा चौथ का त्योहार हर साल दीपावली से पहले मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं दिनभर बिना अन्न-जल के उपवास पर रहती हैं.
दिन पर उपवास के बाद शाम को सुहागिनें छलनी से चांद को देखकर अपना व्रत खोलती हैं. इस दिन सुहागिनों को चंद्र दर्शन का बेसब्री से इंतजार रहता है.
दिल्ली के अलावा यूपी, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत देश के अन्य हिस्सों में चांद का दीदार होने के बाद सुहागिनों ने व्रत खोला.
बता दें, कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत रखा जाता है.
इस खास दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए उपवास करती हैं.
दिनभर उपवास रखने के बाद महिलाएं चांद का दीदार करने के बाद अपना व्रत खोलती हैं.