Bihar News: बिहार में डेंगू के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है. पटना जिले में बुधवार को डेंगू के 209 नये मरीज मिले. इनमें 14 बच्चे व 34 बुजुर्ग शामिल हैं. यहां संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. राजधानी पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 6680 तक पहुंच गयी है. सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में 67 लोग डेंगू पॉजिटिव पाये गये है. इसके साथ ही नूतन राजधानी में 32, बांकीपुर में 27, अजीमाबाद में 16, कंकड़बाग व दानापुर में 10- 10, फुलवारीशरीफ में आठ, पटना सिटी में छह, फतुहा व संपतचक में चार- चार, बख्तियारपुर में तीन, मनेर व पालीगंज में एक- एक मरीजों में डेंगू की पुष्टी हुई हैं. वर्तमान में पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स में 124 मरीज डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. वहीं, 24 घंटे में 16 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है.
डेंगू मरीज की संख्या लगातार सामने आ रही है. वहीं, मौसम विभाग ने तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान जताया है. संभावना जताई जा रही है कि तापमान नहीं घटने से मच्छरों की संख्या में और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इससे मरीजों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मुजफ्फरपुर की बात करें तो यहां पिछले 24 घंटे में तापमान में 1.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, तापमान सामान्य से पारा 1.8 डिग्री अधिक है. इस वजह से लोगों को दिन के समय हल्की उमस व गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद फिर शाम के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस रहा है. बीते मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस था. इस तरह से अधिकतम तापमान में लोगों को इजाफा देखने को मिल रहा है. लोगों को उमस के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तापमान में कमी नहीं आने से लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी.
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डेंगू के मरीजों के सामने आने का नया रिकोर्ड बन रहा है. साल 2023 में अक्टूबर के महीने में इस बार डेंगू का रिकोर्ड टूट गया है. नवंबर में भी इसका भयानक प्रकोप देखने को मिल रहा है. महीने के पहले दिन ही राज्य में 400 नए मरीज मिले है. इसके साथ ही लोगों की चिंता बढ़ गई है. डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी देखने को नहीं मिल रही है. अब शहरी क्षेत्र में केस अधिक बढ़ने लगे हैं. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्र में भी मरीज मिल रहे हैं. मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या अब बढ़ कर चार सौ से अधिक हो गई है. एसकेएमसीएच में बुधवार को जांच के दौरान डेंगू के छह नये की पुष्टि हुई है. वहीं, दो मरीजों में डेंगू व चिकनगुनिया दोनों पाए गए हैं. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ सतीश कुमार ने इस मामले में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू के अबतक 413 मरीज मिले हैं. जबकि, चार मरीजों की मौत हो चुकी है. एसकेएमसीएच व निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती मरीजों का मॉनीटरिंग की जा रही है. मरीजों के घर के आसपास फाॅगिंग व दवा का छिड़काव किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू से बचने के हर संभंव प्रयास किए जा रहे हैं.
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मौसम विभाग ने नवंबर में सामान्य से अधिक तापमान रहने की बात कही है. ठंड नहीं बढ़ने से मच्छरों के पनपने के लिए तापमान अनुकुल होगा. डॉक्टर की ओर से ही मौसम में बदलाव नहीं होने पर डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है. तापमान में गिरावट नहीं होने पर स्थिति के खराब होने की बात कही जा रही है. अक्टूबर के महीने में डेंगू का प्रकोप कम हो जाता था. लेकिन, इस साल स्थिति कुछ और ही है. इधर, भागलपुर के मायागंज अस्पताल के मैटरनिटी एंड चाइल्ड हेल्थ (एमसीएच) भवन में कैंसर मरीजों के इलाज के लिए कंप्रिहेंसिव कैंसर केयर क्लिनिक का संचालन हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह भवन महिलाओं व बच्चों के इलाज के लिए बनाया गया था. एमसीएच भवन में होमी जहांगीर भाभा कैंसर हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर की ओर से कैंसर केयर क्लिनिक को संचालित किया जा रहा है. मायागंज अस्पताल ने तय किया था कि यहां से फैब्रिकेटेड परिसर में ही कैंसर केयर क्लिनिक को शिफ्ट किया जायेगा. इससे एमसीएच भवन को सिर्फ महिलाओं व बच्चों को इलाज के लिए समर्पित किया जायेगा. इस समय फैब्रिकेटेड अस्पताल में डेंगू बीमारी से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. वहीं, एक सप्ताह पहले तक एमसीएच भवन में भी डेंगू मरीजों को भर्ती किया जा रहा था.
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डेंगू के मरीज घटने के बाद एक सप्ताह पहले ही एमसीएच में डेंगू मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया है. अब सिर्फ फैब्रिकेटेड अस्पताल में ही डेंगू मरीजों का इलाज किया जा रहा है. बुधवार को फैब्रिकेटेड अस्पताल में 61 डेंगू के मरीज भर्ती थे. भागलपुर में डेंगू की रफ्तार पूरी तरह से थमने के बाद फैब्रिकेटेड अस्पताल डेंगू मरीज से खाली हो जायेगा. इसके बाद मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड फिल्ड अस्पताल में ही कैंसर रोगियों का इलाज शुरू होगा. यह प्रक्रिया दिसंबर में शुरू हो सकती है. यह जानकारी क्लिनिक के नोडल पदाधिकारी डॉ आर्य सुमन ने दी है. उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द कैंसर क्लिनिक को शिफ्ट करने के लिए प्रयास जारी है. बता दें कि मायागंज अस्पताल में दूसरा फैब्रिकेटेड अस्पताल का निर्माण शुरू हो गया है. विशेष परिस्थिति में इसका उपयोग कोरोना व डेंगू जैसी महामारी के दौरान किया जायेगा. फिलहाल, यहां डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिली है. भागलपुर में बुधवार को दस नये डेंगू मरीज एलिजा जांच में संक्रमित मिले है. इनमें चार मरीजों की पहचान सदर अस्पताल व छह मरीज मायागंज अस्पताल में जांच के बाद हुई है. इसके बाद अब जिले में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 1200 हो गयी है. बता दें कि अबतक पांच डेंगू मरीज की मौत हो चुकी है. मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि बुधवार को मायागंज अस्पताल में 27 डेंगू के संदिग्ध मरीज भर्ती हुए. 21 डेंगू के मरीज स्वस्थ हुए. इस समय 65 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें से 54 मरीज फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल व मेडिसिन विभाग के एचडीयू में 11 डेंगू के मरीज भर्ती हैं. वहीं एक मरीज बिना सूचना दिये अस्पताल छोड़कर चला गया. फिलहाल, डेंगू ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है.
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