विनोद कुमार पाठक, भवनाथपुर : भवनाथपुर उत्तरी वन क्षेत्र के सुरक्षित वन क्षेत्र फुलवार में गत 15 दिनों से वन कर्मियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर पत्थर की तोड़ाई हो रही है. दिन में 10 से 15 मजदूर लगाकर पत्थर माफिया यह काम कर रहे हैं. फुलवार धाम से पश्चिम के तरफ स्थित दो पहाड़ों के बीच 15 से 20 ट्रैक्टर पत्थर जमा किया गया है. सूत्रों के अनुसार करमाही से फुलवार तक ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सड़क का निर्माण किया जाना है. इसका शिलान्यास सोमवार को विधायक भानु प्रताप शाही ने किया है. जैसे ही सड़क में निर्माण कार्य प्रारंभ होगा, यह पत्थर ठेकेदार को बेच दिया जायेगा. भवनाथपुर वन क्षेत्र के कैलान, फुलवार एवं करमाही चारों तरफ वनों से घिरा है. इसका फायदा पत्थर माफियाओं को मिलता है.
सड़क बनना शुरू होते ही पत्थर माफिया हो जाते हैं सक्रिय
दरअसल जब-जब सड़क बनना शुरू होता है, तब-तब पत्थर माफिया सक्रिय हो जाते हैं. भवनाथपुर से कैलान, कवलदाग एवं मझिगांवा होते कांडी तक करीब 58 करोड़ रुपए की लागत से एक सड़क पिछले पांच वर्षों से बन रही है. इसके अलावा करमाही मुख्य पथ से करमाही तक ग्रामीण विकास विभाग से बनी सड़क में भी बड़े पैमाने पर पत्थर का उत्खनन किया गया था. इस संदर्भ में पूछे जाने पर वन क्षेत्र पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा कि वन कर्मी के मिलीभगत की बात गलत है. लेकिन पत्थर माफिया पत्थर तोड़वा रहे हैं, इसकी जानकारी है. वन कर्मियों को भेजकर इसे सत्यापित कराया गया है. इस अवैध उत्खनन में जो भी लोग शामिल होंगे उनपर कारवाई होगी. पत्थर तुड़वाने वालों की पहचान की जा रही है.