सुमित कुमार, पटना
अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर मिशन40 को अंजाम देने में जुटी भाजपा ने अगर टिकट बंटवारे में 70 साल के उम्र का फॉर्मूला कायम रखा, तो पार्टी के आधा दर्जन वर्तमान सांसदों का टिकट कट सकता है. 2019 में हुए 17वीं लोकसभा चुनाव में बिहार से चुने गये 17 भाजपा सांसदों में पांच सांसद 70 वर्ष की आयु को पार कर चुके हैं, जबकि एक सांसद 2024 में इस लक्ष्मण रेखा को छूने वाले हैं. अगले साल 75 की आयु को छूने वाले पूर्वी चंपारण के राधामोहन सिंह और शिवहर की रमा देवी भाजपा की सबसे उम्रदराज सांसदों में शामिल हैं. इनके अलावा आरा के सांसद राजकुमार सिंह और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह 2024 में 72 साल, जबकि बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे 71 साल की आयु को छूने वाले हैं. पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद 2024 में 70 साल की आयु को छू लेंगे.
भाजपा सांसदों में राधामोहन सिंह सिर्फ उम्र ही नहीं, अनुभव के मामले में भी सबसे आगे हैं. वर्तमान 17 सांसदों में उन्होंने सर्वाधिक छह बार लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है. उनके बाद पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से रामकृपाल यादव पांच बार, शिवहर की रमा देवी, सासाराम के छेदी पासवान, सारण के राजीव प्रताप रूढ़ी और औरंगाबाद के सुशील कुमार सिंह ने चार-चार बार लोकसभा जीत का रिकॉर्ड रखा है. तीन बार लोकसभा चुनाव जीतने वालों में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल हैं. इनके अलावा बक्सर के अश्विनी चौबे, मुजफ्फरपुर के अजय निषाद, उजियारपुर के नित्यानंद राय, महाराजगंज के जनार्दन सिंह सीग्रीवाल, बेगूसराय के गिरिराज सिंह, अररिया के प्रदीप कुमार और आरा के राजकुमार सिंह ने लोकसभा चुनाव में दो-दो बार विजयी पताका लहरायी है. दरभंगा के गोपाल जी ठाकुर, पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद और मधुबनी के अशोक कुमार यादव ने पहली बार लोकसभा चुनाव जीता है. अब केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा कि वह उम्र या अनुभव में किसे तरजीह देता है.
Also Read: लोकसभा चुनाव 2019ः आठ सीटों पर था जदयू का राजद से सीधा मुकाबला, इन दिग्गजों को मिली थी शिकस्त
लोकसभा चुनाव को देखते हुए कई सीटों पर युवा नेताओं ने दावेदारी भी शुरू कर दी है. सबसे अधिक चर्चा आरा और पटना साहिब लोकसभा सीट को लेकर है. आरा से पवन सिंह और पटना साहिब से भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा की उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के अंदर काफी चर्चाएं हैं. इनके साथ ही पूर्वी चंपारण पर राधामोहन सिंह और बक्सर में अश्विनी कुमार चौबे की सीट पर भी कई नेताओं की नजर लगी है.