दुमका जिले में मौसमी बीमारियों के साथ साथ डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. अबतक जिले में 151 डेंगू पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं, जिसमें से एक की मौत हुई है. 150 में 125 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. शेष 25 मरीजों का इलाज पीजेएमसीएच व अन्य अस्पतालों में चल रहा है. गुरुवार को बुखार से पीड़ित 46 मरीजों की जांच हुई, जिसमें से आठ मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये, जिनका इलाज शुरू कर दिया गया है. संक्रमित मरीजों में शहरी क्षेत्र के 5 और जामा प्रखंड के 2 मरीज शामिल हैं. वर्तमान में पीजेएमसीएच के डेंगू वार्ड में 14 मरीजों का इलाज चल रहा है. डेंगू संक्रमित मरीजों में सदर प्रखंड के 106, जामा के 14, शिकारीपाड़ा में 9, रानीश्वर में 0, मसलिया में 1, काठीकुंड 6, गोपीकांदर 0, रामगढ़ में 4, जरमुंडी में 7 और सरैयाहाट में 4 मरीज शामिल हैं.
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लैब में डेंगू और टाइफाइड जांच की सुविधा उपलब्ध है. संदिग्ध मरीजों का रैपिड टेस्ट और एलाइजा की जांच हो रही है. रैपिड जांच रिपोर्ट कुछ ही देर में उपलब्ध करा दी जा रही है. एलाइजा जांच में चार से छह घंटे का वक्त लग रहा है. लैब में पर्याप्त संख्या में डेंगू जांच किट उपलब्ध है. दो लैब तकनीशियन और एक असिस्टेंट तकनीशियन जांच में लगे हुए हैं. डेंगू पर नियंत्रण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. डेंगू को फैलने से रोकने के लिए दो सर्वे टीम लगातार काम कर रही है. प्रत्येक टीम में दो-दो स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं. जो प्रत्येक वार्ड में घूम-घूम कर सर्वे कर रही है. दूसरी ओर रैपिड एक्शन टीम काम कर रही है. टीम में मेडिकल ऑफिसर, इपिडेमिलोजिस्ट और लैब तकनीशियन शामिल है. वहीं लार्वा साइडल एक्टिविटी टीम मरीज मिलने वाले जगहों पर स्प्रे कर रहे हैं.
दुमका के जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एएम सोरेन ने बताया कि 151 डेंगू पॉजिटिव मरीज पाये गये है. जिसमें से एक की मौत हुई है. इलाज के बाद 125 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. 25 मरीजों का इलाज चल रहा है. मरीजों की जांच के लिए पर्याप्त संख्या में जांच किट उपलब्ध है. डेंगू नियंत्रण के लिए टीम लगातार काम कर रही है. टीम ने अबतक 8347 घरों का सर्वे किया है. जिसमें 630 बर्तनों में डेंगू का लार्वा पाया गया है, जिसे नष्ट किया गया.
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