पश्चिम बंगाल में राशन घोटाला भ्रष्टाचार मामले में फंसे ममता बनर्जी के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के मुद्दे पर सांसद काकोली घोष दस्तीदार की आवाज में एक अलग सुर सुनाई दिया. ज्योतिप्रिय के बारे में उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर ज्योतिप्रिय मल्लिक ने जो किया है, उससे पार्टी की छवि क्यों खराब होनी चाहिए ? ‘बेशक वह सरकार के मंत्री हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि उन्होंने डिजिटल राशन कार्ड के लिए कैसे काम किया ? उन्होंने 1 करोड़ फर्जी राशन कार्ड कैसे रद्द किये ? उन्होंने किसानों से चावल बचाने की कोशिश की. यह हरित क्रांति है, याद रखें. भले ही ममता बनर्जी ने वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री की तारीफ की हो लेकिन तृणमूल के अंदर उनके बारे में अलग ही सुर सुनने को मिले.
सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने व्यावहारिक रूप से ज्योतिप्रिय से पार्टी को दूर करने की कोशिश की. सवाल ये है कि क्या ये ज्योतिप्रिया को पार्टी से ‘अलग’ करने की कोशिश है? काकोली ने आगे कहा, ‘विजया सम्मेलिनी हर साल आयोजित किया जाता है और यह केवल बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ किया जाता है और जब हम समस्या का सामना करेंगे तो हमें पता चल जाएगा कि कोई समस्या है या नहीं, अब तक कोई समस्या नहीं है.’
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राशन घोटाले में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी के बाद से उत्तर 24 परगना में तृणमूल के कमजोर पड़ने की अटकलें तेज हो गयी हैं. इस संबंध में खाद्य मंत्री ने कहा कि किसी के जाने से थोड़ा कष्ट तो होता ही है. लेकिन इसका असर संगठन पर नहीं पड़ेगा. वहीं, मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि यह सब विरोधी दल की गंदी राजनीति है. मालूम रहे कि तृणमूल ने उत्तर 24 परगना में कई जगहों पर विजया सम्मेलिनी शुरू किया है. बारासात में भी किया गया. इसी क्रम में कांचरापाड़ा और हालीशहर नगरपालिका की ओर से भी विजया सम्मेलिनी का आयोजन किया गया.
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