मनोहर कुमार, धनबाद : बीसीसीएल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत शुक्रवार को कोयला भवन में सामग्री प्रबंधन विभाग की ओर से वेंडर (विक्रेता) मीट का आयोजन किया गया. अध्यक्षता बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी संचालन(डीटी) उदय अनंत कावले ने की. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल 36 मिलियन टन के लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद 41 मिलियन टन के लक्ष्य प्राप्ति की तरफ अनुमानित 105 प्रतिशत की रफ्तार से आगे बढ़ रही है. आने वाले वर्षों में कंपनी 50-55 मिलियन टन का लक्ष्य भी हासिल करेगी. ऐसी स्थिति में कंपनी की प्रगति के लिए प्रोक्योरमेंट में पारदर्शिता आवश्यक है. सीवीओ अमन राज ने कहा कि ‘जनहित प्रकटीकरण एवं मुखबिर संरक्षण संकल्प’ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसके अंतर्गत भ्रष्टाचार की सूचना देने वाले मुखबिर का नाम उजागर न होने देने का संकल्प है. कार्यक्रम में एचपीसीएल, पीडीपी, गणपति एसोसिएट्स, टाटा स्टील, रिलायबल इंडस्टरीज, टाटा-हिताची, बीएमएल, माइनसोर्स, ग्लोबल इंडिया, नीलगिरी डाटा सिस्टम, रेलटेल समेत बड़ी संख्या में विभिन्न वेंडर कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे.
महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन विभाग) पार्थाशीष राम ने कहा कि आधुनिक शब्दावली में वेंडर्स को बिजनेस पार्टनर्स तथा पार्टनर्स इन प्रोग्रेस कहा जा रहा है. चूकिं पब्लिक प्रोक्योरमेंट करदाता की राशि से किया जाता है. इसीलिए इस प्रकार के कार्यों में हमें सावधानी व सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए पारदर्शिता बनाये रखना आवश्यक हो जाता है. उन्होंने कहा कि कोल इंडिया का प्रोक्योरमेंट मैन्युअल डीओई के अनुरूप बनाया गया है. इस दौरान वेंडर्स ने बिडिंग में आने वाली विभिन्न समस्याओं पर अपने विचार रखें. वहीं बीसीसीएल के निदेशक मंडल व महाप्रबंधक सामग्री प्रबंधन ने उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया. कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) आलोक कुमार ने किया. मौके पर निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) संजय कुमार सिंह, सीवीओ अमन राज, महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन विभाग) पार्थाशीष राम, महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन विभाग) एस त्रिपाठी, महाप्रबंधक (वित्त) विक्रम घोष व विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक व विभागाध्यक्ष के अलावे मृणाल मेहता, सोनू गुप्ता, विक्की आनंद, अनिल सिंह यादव आदि उपस्थित थे.