देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं जिसकी तारीख का ऐलान किया जा चुका है. कांग्रेस पांचों राज्यों में पूरे जोर शोर के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. कई राज्यों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रैली कर चुके हैं और विरोधियों पर करारा प्रहार कर चुके हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार को केदारनाथ धाम पहुंचे.
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— Congress (@INCIndia) November 5, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार दोपहर को हेलिकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे जहां कांग्रेस नेताओं के साथ ही केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी तथा अन्य तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया. इस दौरान गांधी ने केदारनाथ के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं से भी गर्मजोशी से मुलाकात की जिसकी तस्वीर कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जारी की है.
नमो-नमो हे शंकरा, भोलेनाथ शंकरा
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जय त्रिलोकनाथ शम्भू, हे शिवाय शंकरा pic.twitter.com/asBIDcIccJ
केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी धार्मिक यात्रा पर केदारनाथ पहुंचे हैं. भगवान केदारनाथ की सायं में होने वाली आरती में राहुल गांधी शामिल हुए जिसकी तस्वीर जारी की गई है. सिर पर गर्म टोपी पहले कांग्रेस नेता ने वहां मौजूद लोगों से बात की और उनका हाल जाना.
इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी नई दिल्ली से देहरादून हवाई अडडे पहुंचे और वहां से सीधे ही हैलीकॉप्टर से केदारनाथ के लिए रवाना हो गए. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर एक पोस्ट में केदारनाथ मंदिर की अपनी तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि आज, मैंने उत्तराखंड में केदारनाथ धाम का दौरा किया और दर्शन व पूजा की… हर-हर महादेव…
कांग्रेस सूत्रों ने जो जानकारी दी उसके अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी का यह नितांत निजी एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम है. उनका केदारनाथ में तीन दिन का कार्यक्रम है.
कांग्रेस ने जो सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की तस्वीर शेयर की है, उसपर यूजर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं. शाम की आरती के बाद धाम में दर्शनों के लिए पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं को चाय बांटकर सेवाभाव का जिस तरीके से संदेश राहुल गांधी ने दिया, उसे उनके नई आध्यात्मिक छवि गढ़ने के प्रयास के रूप में लोग देख रहे हैं.
जानकारों की मानें तो इसके पीछे कांग्रेस की साफ्ट हिंदुत्व को नई धार देने की रणनीति भी हो सकती है. खैर इस बीच आपको बता दें जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां मतो की गिनती तीन नवंबर को होगी. यानी तीन नवंबर को पता चलेगी कि राहुल गांधी और कांग्रेस की रणनीति से पार्टी को कितना लाभ हुआ.