India’s Got Talent 10 Winner: लोकप्रिय रियलिटी शो इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन 10 ने फैंस को खूब एंटरटेन किया. हर सीजन की तरह इस सीजन भी दर्शकों को अनोखी प्रतिभाएं देखने को मिली. इस सीजन रैपर और सिंगर बादशाह, किरण खेर और शिल्पा शेट्टी ने जजेस की कुर्सी संभाली. रविवार रात इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन 10 का ग्रैंड फिनाले था. विनर के नाम से पर्दा हट गया. रियलिटी शो का आयोजन अर्जुन बिजलानी द्वारा किया जाता है. छह फाइनलिस्टों के प्रदर्शन के बाद विनर का नाम अनाउंस किया गया. अबूझमाड़ मल्लखंब अकादमी, जीरो डिग्री क्रू, महिला बैंड, गोल्डन गर्ल्स, द ए.आर.टी., रागा फ्यूजन ने फिनाले एपिसोड की शूटिंग की है. इन छह फाइनलिस्टों में से अबूझमाड़ मलखम्ब अकादमी ने ट्राफी पर कब्जा जमा लिया.
इंडियाज गॉट टैलेंट 10 के विनर का हुआ खुलासा
इंडियाज गॉट टैलेंट 10 का ग्रैंड फिनाले एपिसोड शनिवार को टेलीकास्ट हुआ था. फिनाले काफी एंटरटेनिंग हुआ. टॉप 6 फाइनलिस्ट जजेस के सामने जबरदस्त परफॉर्मेंस करते दिखे. फिनाले को प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन स्ट्रीम किया जा गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विनर छत्तीसगढ़ से एरियल मलखम्ब ग्रुप अबूझमाड़ मलखम्ब अकादमी बने. जबकि उन्हें 20 लाख रुपये की राशि के साथ-साथ मारुति सुजुकी अर्टिगा भी पुरस्कार के रूप में दिया गया है. रागा फ्यूजन फर्स्ट रनर-अप रहे, जिन्हें 5 लाख रुपये का पुरस्कार मिला.
इंडियाज गॉट टैलेंट 9 के विनर कौन हुए थे?
इंडियाज गॉट टैलेंट 10 के इस सीजन के लिए ऑडिशन विभिन्न शहरों में हुए. भूमि पेडनेकर, आयुष्मान खुराना और अनन्या पांडे जैसी मशहूर हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से शो की शोभा बढ़ाई है, जिससे मनोरंजन का स्तर और बढ़ गया है. 10वें सीजन को मशहूर टेलीविजन अभिनेता अर्जुन बिजलानी होस्ट कर रहे हैं. वहीं, पिछले सीजन दिव्यांश कचोलिया (बीटबॉक्सर) और मनुराज सिंह राजपूत इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन 9 के विजेता बनकर उभरे. शो को किरण खेर, शिल्पा शेट्टी, बादशाह और मनोज मुंतशिर ने जज किया था.
अबूझमाड़ मलखंभ समूह की तारीफ बाबा रामदेव ने किया था
गौरतलब है कि इंडियाज गॉट टैलेंट 10 के ‘नवरात्रि स्पेशल’ में स्वामी रामदेव आए थे. छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ मलखंभ समूह ने ‘ओमकारा’ के टाइटल ट्रैक पर अपने अद्भुत अभिनय से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था. उनके समर्पण से आश्चर्यचकित होकर रामदेव ने कहा था, “पारस और सुरेश, जो मुझे लगता है कि 3 साल की उम्र में घर से बाहर निकले होंगे, उनकी अपनी यात्राएं रही हैं. और, मैंने 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था, इसलिए मैं आज यहां हूं, और आपने 3 साल की उम्र में घर छोड़ दिया, तो बस कल्पना करें कि आप जीवन में कहां पहुंचेंगे.”
बाबा रामदेव ने कही थी ये बात
रामदेव ने आगे कहा था, “यह देखना उल्लेखनीय है कि योग को अब खेल का हिस्सा माना जाता है और मुझे योग को खेल का हिस्सा बनाने में योगदान देने पर गर्व है.” उन्होंने कहा था, “अबूझमाड़ मलखंभ समूह, आप पहले ही भारत में इतिहास बना चुके हैं, और अब आप विश्व मंच पर इतिहास बनाने के लिए तैयार हैं. इतिहास के बारे में पढ़ना बहुत अच्छी बात है, लेकिन इसका हिस्सा बनना उससे भी बड़ी बात है. वहीं, अबूझमाड़ मलखंभ समूह के सदस्य पारस ने कहा था, “हमारे कार्य कलाबाजी और मल्लखंभ का मिश्रण हैं. योगऋषि स्वामी रामदेव के आसनों के बारे में बहुत से लोग जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही उन्हें ठीक से कर पाते हैं. हमारी टीम प्रत्येक दिन की शुरुआत लचीलेपन में सुधार के लिए दौड़ने और योगऋषि स्वामी रामदेव के आसन करने से करती है. योगऋषि स्वामी रामदेव के आसन हमारे लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हैं. मैं हमें योग से परिचित कराने के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो हमारी दैनिक दिनचर्या में बेहद फायदेमंद साबित हुआ है.”