दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को भी दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है. आनंद विहार में AQI 432, आर.के. पुरम में 437, पंजाबी बाग में 439 और न्यू मोती बाग में 410 रिकॉर्ड किया गया है. इससे पहले दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सोमवार को मामूली सुधार देखा गया, जबकि अधिकत्तम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि मौसम के औसत से एक डिग्री ज्यादा है.
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को यानी आज दिल्ली में मुख्य रूप से आसमान साफ रहने का पूर्वानुमान है और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं.
इस बीच मौसम विभाग की ओर से एक राहत देने वाली खबर आई है. दरअसल, विभाग ने कहा है कि जल्द ही एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर दस्तक दे सकता है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इसका असर मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा. पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा में मौजूद प्रदूषकों को खत्म करने के लिए जो परिस्थितियां अनुकूल होने वाली हैं.
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन पर नजर डालें तो, मंगलवार देर रात से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ देखने को मिल सकता है. इसके असर से मौसम में बदलाव हो सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 7 नवंबर से 10 नवंबर तक बारिश और बर्फबारी की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है. वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 8 से 10 नवंबर के बीच बारिश हो सकती है. राजस्थान और पंजाब में भी 8 से 9 नवंबर के दौरान मौसम करवट ले सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ के चलते दिल्ली में प्रदूषकों को हटाने के लिए अनुकूल परिस्थितियां मंगलवार रात से बनने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है. इसके चलते उत्तर-पश्चिमी भारत में बेमौसम बारिश देखने को मिल सकती है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार, मंगलवार को तमिलनाडु के दक्षिणी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. वहीं तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. दक्षिणी ओडिशा और दक्षिणी तेलंगाना में हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार, 24 घंटों के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू कश्मीर में में बारिश और बर्फबारी हो सकती है. दिल्ली और एनसीआर के वायु गुणवत्ता सूचकांक में कोई महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद नहीं व्यक्त की गई है.
कारोबारी नगरी मुबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में 8 नवंबर से 11 नवंबर के बीच बारिश होने की संभावना मौसम विशेषज्ञों ने व्यक्त की है. बारिश के बाद मुंबईकरों को प्रदूषण से राहत मिल सकती है.