Petrol-Diesel Price Today: इजरायल-हमास युद्ध की शुरूआत के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में जारी तेजी का सिलसिला पिछले कुछ दिनों से थमा हुआ है. वैश्विक बाजार में आज सुबह छह बजे कच्चे तेल की कीमतों में कल के मुकाबले कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला. WTI क्रूड 80.82 डॉलर प्रति बैरल पर व्यापार कर रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रू़ड 85.18 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. इस बीच, भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल का रेट जारी कर दिया है. राष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों के द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर है. यहां पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.76 रुपये लीटर आज सुबह से बिक रहा है. जबकि. मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 102.65 रुपये और डीजल 94.25 रुपये लीटर बिक रहा है. हालांकि, इसके अलावे कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है.
यहां बदला पेट्रोल-डीजल का भाव
बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यहां आज पेट्रोल 107.24 रुपये लीटर बिक रहा है. जबकि, डीजल 94.04 रुपये लीटर बिक रहा है. झारखंड में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 26 पैसे की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. इसके आज सुबह से यहां पेट्रोल 100.14 रुपये लीटर बिक रहा है. जबकि, डीजल की कीमत 94.91 रुपये लीटर बिक रहा है. वहीं, छत्तीसगढ़ में आज पेट्रोल की कीमत में 50 पैसे की बढ़ोतरी देखने को मिली है. यहां डीजल की कीमत में 49 पैसे बढ़ोत्तरी हुई है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी दिख रही है. इसके बाद, राजधानी लखनऊ में पेट्रोल 96.47 रुपये और डीजल 89.66 रुपये लीटर बिक रहा है. गाजियाबाद में 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये और नोएडा में पेट्रोल 97 रुपये और डीजल 90.14 रुपये बिक रहा है. आज पश्चिम बंगाल में पेट्रोल 46 पैसे और डीजल 43 पैसे सस्ता हुआ है. इसके बाद से, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये लीटर बिक रहा है. पंजाब में पेट्रोल 36 और डीजल 34 पैसे सस्ता हुआ है.
सोमवार को मजबूत हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में सोमवार को कच्चा तेल की कीमत 98 रुपये की तेजी के साथ 6,794 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का नवंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 98 रुपये या 1.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,794 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 8.196 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 1.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 81.53 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 1.13 प्रतिशत बढ़कर 85.85 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
-
आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
-
कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
-
राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
-
मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
-
निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.