विश्व कप का महाकुंभ भारत की धरती पर जारी है. सभी टीम पॉइंट्स टेबल पर उलटफेर करने में लगी हुई है. मंगलवार को खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान पर शानदार जीत दर्ज की. जीत दर्ज करने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है. अफगानिस्तान की टीम वर्ल्ड कप के इतिहास का एक और बड़ा उलटफेर करने के बेहद करीब थी, लेकिन एक ही बल्लेबाज के दो कैच छूट गए और सब खराब हो गया. ग्लेन मैक्सवेल ने अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई. पैर में क्रैम्प आने के बावजूद भी ग्लेन मैक्सवेल मैदान पर टीके रहे और उन्होंने नाबाद दोहरा शतक भी जड़ा. उन्होंने 128 गेंदों में 10 छक्के और 21 चौकों की मदद से कुल 201 रन जड़े. बता दें, मंगलवार से पहले कोई भी बल्लेबाज ने नंबर छह पर बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक नहीं जड़ा था. यहां तक कि रन चेज में किसी ने भी दोहरा शतक वनडे क्रिकेट में नहीं जड़ा है. उधर, अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने कैच छोड़ना ही टीम की हार की वजह बताई.
मैच के बाद हुए पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में हशमतुल्लाह शाहिदी ने टीम के हार का कारण बताते हुए कहा, ‘ये बहुत ही निराशाजनक था. क्रिकेट एक मजेदार खेल है, यह हमारे लिए अविश्वसनीय था. हम शुरुआत से मैच में थे. हमारे गेंदबाजों ने बहुत अच्छी शुरुआत की लेकिन मैक्सवेल का कैच छूटना हमारे लिए हार का कारण बन गया. जिस वक्त मैक्सवेल का कैच मुजीब उर रहमान से ड्रॉप हुआ, उस समय मैक्सवेल नाबाद 33 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. मैक्सवेल का कैच एक महत्वपूर्ण कैच था. कैच छूटने के बाद वास्तव में मैक्सवेल ने शानदार बल्लेबाजी की. उन्होंने हर तरह का शॉट खेला. हमारे गेंदबाजों ने पूरी कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमें कोई मौका नहीं दिया. टीम पर मुझे गर्व है, लेकिन आज रात हमें निराशा होगी.
कप्तान शाहिदी ने आगे कहा, ‘हमने नहीं सोचा था कि यह मैच इस तरह से फिनिश होगा, लेकिन यह खेल का हिस्सा है. यह क्रिकेट है. हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मजबूत वापसी की कोशिश करेंगे. मुझे इब्राहिम जादरान की बल्लेबाजी पर गर्व है. उन्हें भी खुद पर गर्व होगा, वह विश्व कप में शतक लगाने वाले पहले अफगानी खिलाड़ी हैं.’ जादरान की ये पारी ज्यादा काम नहीं आई, क्योंकि 128 गेंदों में खेली गई 201 रनों की मैक्सवेल की पारी ने सब तहस-नहस कर दिया. टीम के लिए मुजीब विलेन बन गए, क्योंकि उन्होंने पहले कैच छोड़ा और फिर एक ही ओवर में 22 रन देकर मैच खत्म करा दिया.
ग्लेन मैक्सवेल ने नाबाद 201 रन बनाकर अपनी टीम को क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया. यह अब तक की सबसे बड़ी पारियों में से एक बन गई. वह 157.03 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 128 गेंदों में दोहरे शतक तक पहुंचे. एक समय ऑस्ट्रेलिया 18.3 ओवर में 91/7 पर सिमट गया था और अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने मैच पर नियंत्रण बना लिया था. फिर ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस ने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के लिए जबरदस्त साझेदारी की.