पश्चिम बंगाल के तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) को एक बार फिर ईडी ने समन भेजा है. उन्हें गुरुवार को सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर में पेश होने को कहा गया है. तृणमूल सूत्रों के मुताबिक अखिल भारतीय महासचिव ईडी कार्यालय जाएंगे. मालूम हो कि अभिषेक बनर्जी को शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच के लिए समन किया जा रहा है. शिक्षक भर्ती की जांच के लिए अभिषेक को ईडी ने 3 अक्टूबर को बुलाया था , लेकिन राजधानी दिल्ली में तृणमूल के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण वह उस समय नहीं गये. ईडी ने उन्हें 9 अक्टूबर को दोबारा तलब किया है. उस वक्त भी अभिषेक शामिल नहीं हुए थे. 10 अक्टूबर को अभिषेक ने कोर्ट के आदेश पर अपनी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज ईडी को सौंप दी थी. हालांकि एक बार फिर ईडी ने अभिषेक बनर्जी को तलब किया है.
पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता शशि पांजा ने कहा कि बनर्जी बृहस्पतिवार को ईडी के सामने पेश होंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी बदले की राजनीति का शिकार हुए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी अगले साल होने जा रहे महत्वपूर्ण लोकसभा चुनाव से पहले अपने विरोधी नेताओं को ‘‘परेशान’’ करने के लिए ऐसी प्रतिशोध की राजनीति कर रही है. भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता शमिक लाहिड़ी ने कहा कि पार्टी बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करती है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा समन अदालत की निगरानी में किया जा रहा है और अगर तृणमूल कांग्रेस को कोई दिक्कत है तो वह अदालत का रुख कर सकती है.
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ईडी ने इससे पहले बनर्जी को नौ अक्टूबर को उसके सामने पेश होने के लिए समन किया था. इससे पहले वह ईडी के समन के जवाब में तीन अक्टूबर को उसके समक्ष पेश नहीं हुए थे क्योंकि वह राज्य के लिए केंद्रीय धनराशि तत्काल जारी करने की मांग को लेकर नयी दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस की विरोध रैली में शामिल हुए थे. 13 सितंबर को शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी ने बनर्जी से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी. तब उन्होंने दावा किया था कि यह पूछताछ उन्हें विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायंस’ (I-N-D-I-A) की बैठक में भाग लेने से रोकने का एक प्रयास है और यह इस बात का भी प्रमाण है कि तृणमूल कांग्रेस विपक्षी एकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. दो बार के तृणमूल कांग्रेस सांसद से ईडी ने कोयला चोरी मामले में भी दो बार पूछताछ की थी. एजेंसी ने उनसे एक बार 2021 में राष्ट्रीय राजधानी में अपने कार्यालय में और फिर 2022 में कोलकाता में पूछताछ की थी.