पटना. भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा का गुस्सा आज एक बार फिर सदन में देखने को मिला. शीतकालीन सत्र के दौरान उन्होंने एक बार फिर अपना आपा खो दिया और विधानसभा के स्पीकर से उलझ पड़े. अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बीच भिड़ंत हो गई है. यह तब हुआ जब सदन में विपक्षी दल के सदस्य राजद नेता व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से माफी मांगने को कह रहे थे. इसी बीच, स्पीकर अवध बिहारी चौधरी और नेता प्रतिपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई और हंगामा इतना बढ़ गया कि स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.
तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर हुआ तकरार
दरअसल, भोजनावकाश के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्यों ने मुख्यमंत्री के बाद अब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मांफी मांगने की मांग कर रहे हैं. विपक्ष का कहना है कि तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री की गंदी बातों का समर्थन किया है. ऐसे में उन्हें भी सदन से माफी मांगनी चाहिए. इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सदन के नियम को तार-तार कर रहे हैं और भाजपा वालों को विकास से कोई लेना-देना नहीं है. जिसपर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि वे स्पीकर हैं सत्ता पक्ष के प्रवक्ता न बनें. विजय सिन्हा ने कहा कि सभा अध्यक्ष का सत्ता पक्ष का प्रवक्ता बनना दुखद है. नेता प्रतिपक्ष के इस आरोप पर कड़ी इसपर स्पीकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को अपने दायित्वों के बारे में जानकारी नहीं है. विवाद को बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 4:50 तक के लिए स्थगित कर दिया.
नीरज कुमार ने भाजपा नेताओं को दिखाया आईना
इस मसले पर विधान परिषद में नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में माफी मांग ली है, जिन बातों को ये मुद्दा बना रहे हैं, तो मेरे पास सैकड़ों ऐसे सबूत हैं, जो भाजपा के नेता बोले हैं. उन्होंने क्या-क्या नहीं बोला. बेटी बचाओ बेटी पटाओ ऐसे नारे लगाए गए, लेकिन उसे समय तो नहीं उनकी जुबान खुली. कैलाश विजयवर्गीय ने क्या बयान दिया. उस समय कुछ नहीं बोले. इसके आगे उन्होंने कहा कि महिला शिक्षा मनोज तिवारी के साथ गाना गाने की बात कही थी. उसे समय तो यह लोग कुछ भी नहीं बोल. शशि कपूर की पत्नी के बारे में इन्होंने क्या कुछ नहीं कहा था, उसे समय उन लोगों ने कुछ नहीं बोला. आज यह लोग बड़े जानकारी और पाखंडी बने हुए हैं.
हंगामे और शोर के बीच सदन की कार्यवाही हुई स्थगित
नीरज कुमार के इन आरोपों पर भाजपा के सदस्य उग्र हो गये और सदन के अंदर हंगामा करना शुरू कर दिया. भाजपा सदस्यों के हंगामे पर सत्ता दल के सदस्य भी चुप नहीं बैठे नीरज कुमार के नेतृत्व में ये लोग भी हंगामा लगना शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष के सदस्य केंद्र की सरकार और पीएम मोदी से इस्तीफा की मांग करने लगे. भाजपा के सदस्य नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे. विधान परिषद में कुछ देर के लिए किसी की बात को कोई सुन नहीं पा रहा था. पूरा सदन हंगामे में डूब गया. ऐसी स्थिति में विधान परिषद के सभापति ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.