जमशेदपुर के खरकई नदी में खुलेआम कचरा गिराने और प्रदूषण फैलाने के मामले में सड़क निर्माण का काम कर रही ठेका कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है. प्रभात खबर के सात नवंबर के अंक में खबर प्रकाशित होने के बाद कार्रवाई हुई है. कदमा टोल ब्रिज पर सड़क निर्माण के दौरान अलकतरा के ऊपरी सतह को उखाड़कर सीधे नदी में डाल देने के मामले में टाटा स्टील और आयडा की संयुक्त उपक्रम आदित्यपुर टोल ब्रिज कॉरपोरेशन लिमिटेड (एटीबीसीएल) ने ठेका कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है. साथ ही निर्देश दिया है कि तत्काल नदी में फेंके गये अलकतरा और अन्य कचरा को साफ करे. निर्देश मिलते ही ठेका कंपनी ने नदी की सफाई का काम शुरू कर दिया है. सड़क को बनाने का काम रोक दिया गया है. उधर, झारखंड प्रदूषण बोर्ड ने मामले में एटीबीसीएल को नोटिस भेजा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.
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कदमा टोल ब्रिज पर सड़क का निर्माण करा रही कंपनी, रोका काम
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‘प्रभात खबर’ की खबर का यह असर, अब नदी से कचरा छान रही कंपनी
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प्रभात खबर के सात नवंबर के अंक में खबर प्रकाशित होने के बाद शुरू हुई कार्रवाई…
कदमा थाना में लिखित शिकायत
दूसरी ओर, मामले में खरकई-सुवर्णरेखा संरक्षण समिति के सदस्य करुणानिधि दुबे ने कदमा थाना में लिखित शिकायत की है. शिकायत में कहा है कि छह नवंबर को जब वे बड़ा गम्हरिया से कदमा की ओर जा रहे थे, तो उन्होंने सड़क से निकल रहे मलबे को मशीन के माध्यम से नदी में गिराते देखा. उन्होंने आपत्ति जतायी, लेकिन वे लोग नहीं माने और उलटे उनको ही धमकाने लगे. जमशेदपुर के कदमा थाना प्रभारी से मामले में कार्रवाई करने की मांग की गयी है. साथ ही, मामले की शिकायत एनजीटी बेंच कोलकाता और एसडीओ को की गयी है. प्रदूषण बोर्ड के क्षेत्रीय पदाधिकारी रामप्रवेश कुमार ने बताया कि एटीबीसीएल को कार्रवाई करने को कहा गया है. मामले पर नजर रखी जा रही है. वहीं, एटीबीसीएल के प्रेमरंजन ने बताया कि इसे लेकर ठेका कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है. नदी की सफाई करायी जा रही है. कदमा टोल ब्रिज पर ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण के दौरान सड़क से ऊपरी सतह अलकतरा को उखाड़कर सीधे नदी में डाल देने के बाद अब कचरा को मजदूर लगाकर नदी के तल से हटाया जा रहा है.
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