रातू (रांची), संजय कुमार: एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो ) की टीम ने रांची जिले के रातू सीओ प्रदीप कुमार को 25 हजार रुपए घूस लेते गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही दो अन्य को भी टीम ने गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि जमीन का म्यूटेशन करने के एवज में रिश्वत की मांग की गयी थी. सूचक रामसागर साव बताते हैं कि 39 डिसमिल जमीन का म्यूटेशन कराने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की गयी थी. आखिरकार इसकी शिकायत इन्होंने एसीबी से की. इसके बाद इस मामले की जांच की गयी. मामला सही पाए जाने के बाद एसीबी की टीम में जाल बिछाया और सीओ प्रदीप कुमार को जमान दलाल व हल्का कर्मचारी के साथ धर दबोचा.
सीओ के आवास पर भी की छापेमारी
एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम गुरुवार को रांची जिले के रातू अंचल ऑफिस पहुंची और सीओ (अंचलाधिकारी) प्रदीप कुमार को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही दो अन्य को भी टीम ने गिरफ्तार किया है. इनमें हल्का तीन के राजस्व कर्मचारी सुनील सिंह व जमीन दलाल जाफर अंसारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि एसीबी की टीम सीओ के रातू रोड के इंद्रपुरी रोड नंबर-एक स्थित आवास पर भी छापेमारी की. अब टीम इनसे पूछताछ कर रही है.
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39 डिसमिल जमीन का म्यूटेशन के एवज में मांगी थी रिश्वत
बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी टीम) की टीम गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे सिविल ड्रेस में रातू अंचल कार्यालय में पहुंची और करीब 1.55 बजे म्यूटेशन के नाम पर 25 हजार घूस लेते सीओ प्रदीप कुमार को एसीबी की टीम ने उन्हें धर दबोचा. इस मौके पर मौजूद हल्का तीन के कर्मचारी सुनील सिंह व जमीन दलाल जाफर अंसारी को भी अरेस्ट कर लिया. सूचना के अनुसार 39 डिसमिल जमीन का म्यूटेशन कराने को लेकर अंचल कार्यालय में आवेदन दिया गया था.
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म्यूटेशन के नाम पर मांगी थी घूस
पाली के फौजी रामसागर साव ने 39 डिसमिल जमीन के म्यूटेशन कराने को लेकर अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था. म्यूटेशन कराने के लिए जमीन दलाल जाफर अंसारी के माध्यम से कर्मचारी सुनील सिंह ने 50 हजार रुपए की मांग की थी. वह 25 हजार रुपए देने को तैयार भी हो गए थे. इसके बावजूद म्यूटेशन नहीं किया जा रहा था. आखिरकार रामसागर साव ने एसीबी को सूचित किया. इसके बाद एसीबी ने सत्यापन किया. मामला सही पाए जाने के बाद गुरुवार को टीम ने गिरफ्तार कर लिया. एसीबी की टीम का नेतृत्व डीएसपी नितिन खंडेलवाल ने किया. इस दौरान सशस्त्र बल के जवान भी मौजूद थे.
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