बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे फेज के लिए 10 नवंबर से आवेदन शुरू हो जायेगा. ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर है. अभ्यर्थी बिना विलंब शुल्क के 14 नवंबर और विलंब शुल्क के साथ 17 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. बता दें कि आवेदन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पांच नवंबर से जारी है. बीपीएससी के अधिकारी ने बताया कि रजिस्ट्रेशन और आवेदन में अंतर है. रजिस्ट्रेशन में बेसिक जानकारी मांगी गयी है. वहीं, आवेदन में सभी डॉक्यूमेंट का स्कैन कॉपी के साथ अन्य जानकारी भरनी होगी. परीक्षा सात से 10 दिसंबर तक होगी. रिजल्ट इसी वर्ष के अंतर तक जारी कर दिया जायेगा.
इतने पदों पर होगी भर्ती
इस परीक्षा के माध्यम से 70,622 शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. इनमें 69706 पद शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाले विद्यालयों में मध्य (छठी से आठवीं में 31982 पद), माध्यमिक (नौवीं से 10वीं में 18877 पद) माध्यमिक (विशेष विद्यालय में 279 पद) और उच्च माध्यमिक (11वीं से 12वीं में 18577) के अध्यापकों के हैं. वहीं, 916 पद पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाली विद्यालयों में प्रारंभिक (एक से पांचवीं में 234 पद) शिक्षक, माध्यमिक (नौवीं से 10वीं में 248 पद), उच्च माध्यमिक (11वीं से 12वीं में 403) शिक्षकों और 31 प्रधानाध्यापक के पद पर आवेदन किये जायेंगे.
आवेदन शुल्क
आवेदन शुल्क 750 रुपये प्रत्येक परीक्षा के लिए है. एसी, एसटी और महिला व दिव्यांग अभ्यर्थियों को 200 रुपये आवेदन शुल्क देने होंगे. अगर कोई अभ्यर्थी छठी से आठवी, नौवीं से 10वीं और 11वीं से 12वीं के लिए आवेदन करता है तो उन्हें 2250 रुपये देने होंगे. वहीं, अगर अभ्यर्थी पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में शिक्षकों और प्राधानाध्यापक के लिए आवेदन करते हैं तो उन्हें करीब चार हजार रुपये लग जायेंगे.
सब्जेक्ट कांबिनेशन का कॉलम नहीं भरना है
दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में सब्जेक्ट कांबिनेशन को छात्रों को भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि उन्हें अपने आवेदन में जिस सब्जेक्ट कांबिनेशन को भरा है वह अपने आप सिस्टम के द्वारा ले ली जायेगी. अभ्यर्थी को प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला में उसी सब्जेक्ट कांबिनेशन को चुनना होगा, जिसे फॉर्म में भरा है. सुविधा के लिए एडमिट कार्ड पर भी सब्जेक्ट कांबिनेशन प्रिंट होगा. भाषा के पत्रों के विषय कोड के साथ भी ऐसी ही व्यवस्था होगी.
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फॉर्म सबमिट कर देने के बाद नहीं मिलेगा सुधार का मौका
फॉर्म सबमिट करने से पहले आवेदक उसमें भरी गई सूचनाओं को सुधार सकते हैं लेकिन सब्मिट करने के बाद आवेदकों को सुधार का मौका नहीं मिलेगा. ऐसे में आवेदकों को फिर से नया रजिस्ट्रेशन कर नए सिरे से शुल्क का भुगतान कर फॉर्म भरना होगा. बीपीएससी के सचिव रविभूषण ने कहा कि 25 नवंबर के बाद आवेदन देने की तिथि किसी भी हाल में बढ़ायी नहीं जायेगी और न ही गलत सूचनाओं को सुधारने का बाद में कोई मौका ही दिया जायेगा. लिहाजा गलती होने पर नया फॉर्म भरकर समय से ही उन्हें सुधार लें.
बढ़ेगी वैकेंसी
बीपीएससी अधिकारी ने कहा कि टीआरइ-2 में और 50 हजार वैकेंसी जुड़ेगी. रिक्तियां बढ़कर कुल 1.20 लाख हो जायेगी. यह रिक्तियां शिक्षा विभाग के तरफ से ही आयेगी. टीआरइ-2 में गुरुवार तक करीब 1.50 लाख रजिस्ट्रेशन हो गया था.
अपियरिंग कैंडिडेट नहीं दे पायेंगे परीक्षा
परीक्षा में बैठने के लिए वांछित योग्यता चाहे वह बीएड और डीएलएड जैसी प्रशिक्षण संबंधी योग्यता हो, स्नातक और पीजी जैसी योग्यता या सीटेट और एसटीइटी जैसी योग्यता अभ्यर्थी को 25 नवंबर तक उसे पूरा करना होगा जो फॉर्म सबमिट करने का अंतिम दिन है. उसी दिन तक निर्गत प्रमाणपत्र स्वीकार किये जायेंगे और अपियरिंग कैंडिडेट परीक्षा नहीं दे पायेंगे.
बदल गया टाइब्रेकर का नियम
प्रथम चरण की शिक्षक नियुक्ति में समान अंक आने की स्थिति में पहले आवेदकों के उम्र पर विचार किया गया था और उसके समान होने की स्थिति में अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार नाम को वरीयता दी गयी थी लेकिन इस बार टाई होने पर पहले भाग तीन में विषय वाले प्रश्नों में आये अंक को पैमाना बनाया जायेगा. विषय में समान अंक होने की स्थिति में भाग एक के क्वालिफाइंग वाले हिस्से में आये अंक को आधार बनाया जायेगा और उसमें अधिक अंक लाने वालों का चयन होगा . वहां भी समान अंक आने पर उम्र और उम्र भी समान होने पर नाम के प्रथम अंग्रेजी वर्णमाला के अंक को आधार बना कर मेधासूची में जगह दी जायेगी और चयन होगा.
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कैंडिडेट अधिक होने पर दो शिफ्टों में परीक्षा
कैंडिडेट अधिक होने पर दो शिफ्टों में परीक्षा होगी. इसमें पहले शिफ्ट में पुरुषों की और दूसरे में महिलाओं की परीक्षा होगी. महिला अभ्यर्थियों का भी सेंटर भी गृह जिले से बाहर होगा. इसे गृह प्रमंडल में देने का प्रयास किया जायेगा. हालांकि कम अभ्यर्थियों वाले विषयों में ऐसा नहीं भी हो सकता है.
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