Bhai Dooj 2023 Shubh Muhurat: आज भाई दूज है. भाई दूज के दिन भाई को तिलक करने से पहले यमराज और मां यमुना का ध्यान करना शुभ माना जाता है. इस दिन भाई के माथे पर तिलक और चावल लगाकर मिठाई खिलाई जाती है. इस दौरान बहनें भाई को सूखा नारियल देती हैं और भाई बहन को उपहार देते हैं. भाई दूज ऐसा पर्व है जिसमें बहनें अपने भाई को तिलक करती हैं और उसे सूखा नारियल देती हैं. यह दिन भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है और इससे यमराज और मां यमुना की पौराणिक कथा जुड़ी हुई है.
पंचांग के अनुसार, भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि आज है. भाई दूज पर पहला शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 44 मिनट से सुबह 9 बजकर 24 मिनट तक है. जबकि दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 40 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजे तक है. इसके बाद राहुकाल शुरू हो जाएगा.
भाई दूज के दिन पूजा की थाली में रोली, फूल, अक्षत (चावल), सुपारी (सुपारी के उपाय), पान का पत्ता, चांदी का सिक्का, नारियल, फूल माला, मिठाई, कलावा, दूबघास, और केला आदि चीजें जरूर होनी चाहिए. इन सभी चीजों के बिना भाई दूज का त्योहार अधूरा माना जाता है.
भाई दूज आज है. आज बहनें भाई के तिलक और आरती के लिए थाल सजाती है. इसमें कुमकुम, सिंदूर, चंदन,फल, फूल, मिठाई और सुपारी आदि सामग्री होनी चाहिए. तिलक करने से पहले चावल के मिश्रण से एक चौक बनाएं, इसके बाद चावल के चौक पर भाई को बिठाया जाए और शुभ मुहूर्त में बहनें उनका तिलक करें. तिलक करने के बाद फूल, पान, सुपारी, बताशे और काले चने भाई को दें और उनकी आरती उतारें. तिलक और आरती के बाद भाई अपनी बहनों को उपहार भेंट करें और सदैव उनकी रक्षा का वचन दें.
भाई दूज पर शाम के समय घर के बाहर बाईं ओर मिट्टी के कलश में जल भरकर रखें. इसके ऊपर सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाएं. इसके बाद यम देव से प्रार्थना करें कि घर में रहने वाले सभी लोग दीर्घायु और स्वस्थ हों. अगले दिन सुबह कलश का जल घर के प्रत्येक कोने में छिड़क दें.
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भाई दूज पर बहनों को भाई के तिलक लगाने से पहले कुछ भी ग्रहण नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
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इस दिन टीका करने के लिए बहनें शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें, राहु काल में भाई दूज करने से बचना चाहिए.
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इस दिन आपस में लड़ाई-झगड़े ना करें. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.