कांग्रेस नेता सुबोध मंडल ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बिहार में सीटों के बंटवारों में ओबीसी और ईबीसी समुदाय के उम्मीदवारों पर विशेष विचार करने की अपील की है. मंडल ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि बिहार में जिस अनुपात में ओबीसी और ईबीसी समुदाय की जनसंख्या है उस अनुपात में पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है. पार्टी को इस पर गहनता से विचार-विमर्श करने की जरूरत है. इस समुदाय के कितने उम्मीदवारों को मैदान में उतारना है और किन-किन सीटों पर उतारना है, इसपर पार्टी को विचार करने की जरूरत है.
मंडल ने कहा कि ईबीसी समुदाय की जनसंख्या बिहार में 36.1% है, जो अन्य समुदायों सेअधिक है. जनसंख्या के आधार पर उच्च जातियां बिहार में ईबीसी और ओबीसी समुदायों की तुलना में अल्पसंख्यक हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी में इनका ही दबदबा है. ईबीसी और ओबीसी समुदाय को हमेशा हमारे पार्टी के नेताओं द्वारा अनदेखा किया जाता रहा है. बिहार में अन्य राजनीतिक पार्टियां टिकटों के बंटवारे के मामले में हमेशा ईबीसी और ओबीसी समुदाय को बहुत महत्व देती रही हैं और अच्छा परिणाम भी प्राप्त करती हैं.
दूसरी ओर पिछले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को सीट साझा करने के बाद जो 70 सीटें मिलीं उनमें भी इस समुदाय पर विचार नहीं किया गया. उन्होंने एक बड़ी पार्टी का हवाला देते हुए कहा कि उसने ने बिहार विधानसभा के चुनावों में ओबीस-ईबीसी उम्मीदवारों को काफी संख्या में टिकट दिया. साथ ही सरकार में आने के बाद उसने दो-दो ओबीसी-ईबीसी उम्मीदवार को उपमुख्यमंत्री बनाया. यही कारण है कि ओबीसी वर्ग के वोटरों का भरोसा हमेशा उस पर बना रहा है। कांग्रेस को भी इस फार्मूले पर विचार करने की जरूरत है.