Life Style : हर किसी का कार्यालय एक ऐसी जगह है जहां आप अपने घर के बाद काम करते हुए सबसे अधिक वक्त बिताते हैं. आपके कार्यालय का माहौल आपके मेंटल हेल्थ को काफी प्रभावित करता है. इसलिए जरूरी है कि आप एक स्वस्थ माहौल में खुले दिल से काम करें लेकिन ऐसा भी होता है कि आपको लगता है कि आप बहुत मेहनत कर रहे हैं लेकिन आपको जो सम्मान मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा. कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है. क्या आपके पास ज्ञान और कौशल की कमी है या फिर कुछ और कारण है. दरअसल लाइफस्टाइल की कुछ आदतें होती हैं जिनपर गौरकर चेंज करना बहुत जरूरी है.
जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की आदत
वर्क प्लेस पर प्रमुख व्यवहारों में से एक है जो आपकी छवि को ख़राब कर सकता है, एक टीम में काम करने के दौरान अगर कोई इंसान जिम्मेदारी से भागता है तो निराशाजनक तो होता है इससे पूरी टीम का प्रदर्शन भी प्रभावित होता है ऐसे लोगों के प्रति भले ही कोई सामने से बोले लेकिन उसके उस व्यक्ति के प्रति मन में मौजूद सम्मान पर काफी असर पडता है इसलिए अपने काम का स्वामित्व लेना महत्वपूर्ण है. अपनी गलतियों को स्वीकार करना और उन्हें सुधारने के लिए कदम उठाना न केवल आपको सम्मान दिलाता है बल्कि आपकी प्रतिबद्धता और ईमानदारी को भी दिखाता है.
लगातार नकारात्मकता का व्यवहार
कुछ लोगों की आदत होती है वे हर चीज में निगेटिव ही बोलते हैं और सोचते हैं अगर आपकी भी ऐसी ही सोच है तो यह कार्यस्थल में सम्मान को तेज़ी से ख़त्म कर सकती है. ऐसे में निरंतर नकारात्मकता की आदत को बदलिए, हर समय शिकायत करना, दूसरों की आलोचना करना आपके सहकर्मियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है और काम का माहौल विषाक्त बना सकता है. यहां सकारात्मक होने का मतलब समस्याओं को नज़रअंदाज करना नहीं बल्कि रचनात्मक और सक्रिय मानसिकता के साथ उनका सोल्यूशन निकालना है. इसलिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए अनावश्यक नकारात्मकता को अलविदा कहें
अधिक काम करना
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो सोचते हैं अधिक काम करेंगे तो बहुत ही सम्मान मिलेगा उन्हें लग सकता है कि चौबीसों घंटे काम करना ही कार्यस्थल पर सम्मान पाने की कुंजी है लेकिन सच्चाई तो यह है कि यह बहुत ही थकाने वाला होता है इससे थकान हो सकती है, उत्पादकता में कमी आ सकती है और यहां तक कि आप अव्यवस्थित या अकुशल भी लग सकते हैं. इसलिए संतुलन बनाते हुए काम करें.. अधिक काम करके दूसरों को प्रभावित करने की कोशिश करने के बजाय, उचित समय सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण काम देने पर ध्यान केंद्रित करें.
कार्यालय में दूसरों का अनादर करना
जीवन की सच्चाई है कि आप खुद के लिए जैसा व्यवहार चाहते हैं वैसा दूसरों के साथ करना पड़ेगा. दूसरों के साथ ख़राब व्यवहार, जब कोई बोल रहा हो तो बीच में रोकना, या दूसरों के विचारों की उपेक्षा करना, काम पर आपके प्रति दूसरों की धारना को प्रभावित कर सकता है. अपने सहकर्मियों के प्रति सम्मान दिखाना चाहे वो किसी भी पोस्ट पर क्यों ना हो यह काम के माहौल को बेहतर बनाता है. साथ ही दूसरों की नजर में आपकी प्रतिष्ठा को भी बढ़ाता है.
दूसरों के काम को स्वीकार न करने की आदत को बदलिए
कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें दूसरे लोगों के काम को श्रेय देने और उनका योगदान स्वीकार करने की आदत नहीं होती. आपके इस व्यवहार से आप वर्क प्लस पर अपना सम्मान दूसरों की नजर में खो सकते हैं. जबकि दूसरों के काम को स्वीकार करने से सम्मान और सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है.
असरदार तरीके से संवाद करने में असफल होना
अगर आपको यह आदत है कि आप दूसरों की बात नहीं सुनते तो खराब संचार से कार्यस्थल पर गलतफहमियां, और निराशा पैदा हो सकती है. यदि आप अपने संचार में स्पष्ट और संक्षिप्त नहीं हैं और दूसरों की बात नहीं सुनते हैं, तो यह रिश्तों और काम पर आपके सम्मान को प्रभावित करता है जबकि प्रभावी संचार सहयोगात्मक कार्य वातावरण को बढ़ावा देने में सहायक होता है.इसलिए जरूरी है कि आप बोलने के साथ सुनने की आदत डालें
अनुत्तरदायी होने की आदत बदलिए
ऑफिस से प्राप्त ईमेल, संदेश या कॉल का समय पर जवाब न देने से आप अव्यवसायिक और उदासीन लग सकते हें. इससे देरी हो सकती है, कुछ नए अवसर भी छूट सकते हैं यहां तक कि इससे आपके सहकर्मियों में नाराजगी भी हो सकती है इसके उलट प्रतिक्रियाशील होना बताता है कि आप विश्वसनीय, प्रतिबद्ध और दूसरों का सम्मान करने वाले हैं.