देवघर : कार्तिक पूर्णिमा को लेकर रविवार से ही बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. सुबह से ही विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु बाबा धाम पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते रहे. भक्तों ने शिवगंगा तालाब में स्नान कर मानसरोवर स्थित फुट ओवरब्रिज से कतार व्यवस्था के तहत प्रवेश करते दिखे. कतार के माध्यम से संस्कार भवन के रास्ते से बाबा मंदिर के गर्भ गृह में बाबा की स्पर्श पूजा करने के बाद श्रद्धालुओं ने बाबा मंदिर प्रांगण में धार्मिक अनुष्ठान भी कराये. इस दौरान मुंडन, उपनयन, गठबंधन, सत्यनाराण कथा, हवन आदि कराने वालों का तांता लगा रहा. इस दौरान सुबह से ही शीघ्रदर्शनम में श्रद्धालुओं की लंबी कतार दिखी. भीड़ से बचने के लिए लोगों से शीघ्रदर्शनम कूपन लेकर एक से दो घंटे में पूजा कर बाहर निकलते दिखे. वहीं लक्ष्मी नारायण मंदिर के पास श्रद्धालु और तीर्थ पुरोहित के बीच किसी बात को लेकर झड़प भी हुई. जिसे पुलिस ने शांत कराया गया. रविवार को बाबा मंदिर में कई वीआइपी ने भी पूजा-अर्चना की, जिसमें देवघर के पूर्व डीसी मंजूनाथ भजंत्री शामिल हैं. उन्हें प्रशासनिक भवन ले जाया गया, जहां पर संकल्प कराने के बाद बाबा मंदिर में पूजा करायी गयी. मंदिर का पट बंद होने तक करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने पूजा की. इधर, बाबा मंदिर के आसपास पंडित शिवराम झा चौक, भोला पांडा पथ, जलसार रोड, सीता होटल, शिक्षा सभा चौक, लक्ष्मीपुर चौक आदि जगहों पर सड़क किनारे वाहनों की पार्किंग से जाम की स्थिति बनी रही. पूर्णिमा को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गयी है, ताकि श्रद्धालुओं को सुलभ जलार्पण कराया जा सके. इसके लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तनाती की गयी है. पूर्णिमा पर बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगने की संभावना है.
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा है. इस दिन गंगा समेत विभिन्न नदियों व पवित्र सरोवरों में स्नान करने का खास विधान है. कार्तिक पूर्णिमा को पूजा-पाठ, अनुष्ठान आदि के लिए शुभ माना गया है. इस पूर्णिमा का स्नान सूर्योदय से पूर्व किया जायेगा. देवघर बाबा नगरी में लोग सोमवार की अहले सुबह शिवगंगा में स्नान कर बाबा की पूजा करेंगे. इस दौरान सुल्तानगंज, बरारी व सिमरिया घाट में स्नान कर भी लोग पूजा के लिए बाबा मंदिर आयेंगे. इस दौरान बाबा मंदिर में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. इसके लिए मंदिर में भी विशेष व्यवस्था की गयी है. कार्तिक पूर्णिमा पर इस साल बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है, जो श्रद्धालुओं के लिए हितकारी है. बाबा मंदिर के स्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित बताते हैं कि पूर्णिमा का खास महत्व होता है. उसमें भी कार्तिक व वैशाख के पूर्णिमा का विशेष महत्व है. पूर्णिमा का संबंध सीधे बाबा बैद्यनाथ से है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्णिमा को चंद्र दिवस कहा गया है और बाबा भोलेनाथ के मस्तक पर चंद्रमा व मां गंगा दोनों ही विराजमान हैं, इसलिए इस दिन गंगा स्नान कर बाबा पर जलार्पण करने से मां गंगा, चंद्रमा के साथ-साथ बाबा का अपने भक्तों पर विशेष कृपा होती है. इससे मनोवांछित फल की कामना होती है.
Also Read: देवघर : देवोत्थान एकादशी पर बाबा मंदिर में उमड़े भक्त, महिलाओं ने किया दीपदान