गुमला, दुर्जय पासवान: गुमला जिले के सिलम घाटी स्थित सीआरपीएफ-218 बटालियन में तैनात हवलदार जीडी संजय कुमार ने सोमवार को एके 47 से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. वह एके 47 हथियार गार्ड रूम में लेकर गया और रूम में ही गोली मार ली. गोली चलने की आवाज से कैंप में सनसनी फैल गयी. सीआरपीएफ के अन्य जवान गार्ड रूम की ओर दौड़े, जहां हवलदार जीडी संजय कुमार को मृत पाया गया. इधर, हवलदार की आत्महत्या की जानकारी सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों को दी गयी. इसके साथ ही इसकी सूचना एसपी हरविंदर सिंह को भी दी गयी. वरीय पदाधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की. जानकारी के अनुसार मृतक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के रहने वाले थे. हाल ही में छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे.
हिमाचल के रहने वाले थे हवलदार
मृतक (हवलदार) हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के निवासी थे. इसकी जानकारी देते हुए कमांडेट ने बताया कि मृतक हवलदार 15 दिन की छुट्टी के बाद 21 नवंबर को अपनी ड्यूटी पर रिपोर्ट की थी. फिलहाल हवलदार द्वारा आत्महत्या किए जाने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है और मृतक (हवलदार) का शव सीआरपीएफ कैंप में ही रखा गया था.
सदर अस्पताल गुमला में होगा पोस्टमार्टम
सीआरपीएफ-218 बटालियन के हवलदार जीडी संजय कुमार के शव का पोस्टमार्टम देर रात होने की सूचना मिली है. सीआरपीएफ कैंप से मृतक जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. सदर अस्पताल गुमला में मृतक जवान के शव का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकीय दल द्वारा करने की जानकारी है. इसमें डॉक्टर प्रेमचंद्र भगत, डॉक्टर असीम विक्रांत मिंज व एक अन्य चिकित्सक शामिल हैं. मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम होगा.