बोकारो : चास मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में इलेक्ट्रो स्टील लिमिटेड (वेदांता) के गेट के समक्ष सोमवार को प्रदर्शन कर रहे लोगों और कंपनी के सुरक्षाकर्मियों के बीच हिंसक झड़प हो गयी. पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में हुई इस झड़प के दौरान दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे चले और रोड़ेबाजी हुई. इसमें एक महिला और दो पुरुष गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि दर्जनों लोग चोटिल हुए हैं. मौके पर सुरक्षा में तैनात 13 महिला होमगार्ड भी घायल हुई हैं, जिनका इलाज कंपनी के अस्पताल में चल रहा है. झड़प के दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मियों के साथ चंदनकियारी सीओ की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह 6:00 बजे झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) और युवा संग्राम समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में महिलाओं, पुरुषों व बच्चों ने इलेक्ट्रो स्टील लिमिटेड के भागाबांध, मोदीडीह व 47 खाता गेट को जाम कर दिया. ये लोग 13 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे. आंदोलन के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन और कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड पहले से गेट पर तैनात थे. दोपहर लगभग 12:30 बजे भागाबांध गेट पर आंदोलनकारी व सुरक्षाकर्मी आमने-सामने हो गये.
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इसी बीच कंपनी के सुरक्षा गार्ड ने अचानक कुंबाटांड़ गांव निवासी फटिक महतो की पत्नी महिला लक्ष्मी देवी पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे आंदोलनकारी भड़क उठे. इसके बाद दोनों तरफ से लाठी-डंडे और पत्थरों से हमला शुरू हो गया. इससे भगदड़ मच गयी. घटना की सूचना पाकर जेबीकेएसएस के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो वहां पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों से मिलकर घटना की जानकारी ली.
13 जून को इएसएल, जेबीकेएसएस व थाना प्रभारी, सियालजोरी/बंगदिया के बीच त्रिपक्षीय चर्चा में सभी 13 बिंदुओं में से 90 प्रतिशत का सौहार्दपूर्ण समाधान हो गया है. कारखाने के लिए जमीन देनेवालों को पर्याप्त व न्यायोचित क्षतिपूर्ति दी जा चुकी है. अगर कोई बचा रह गया है, तो समझौते के अनुसार उसका निबटारा किया जायेगा. स्थानीय लोगों ने कानून को अपने हाथ में ले लिया है. इस हिंसक कार्य की हम कठोर निंदा करते हैं.
प्रबंधन, इलेक्ट्रो स्टील लिमिटेड (वेदांता)
जब तक रैयतों को स्थायी नियोजन एवं स्थानीय मजदूरों को काम नहीं मिल जाता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा. राज्य सरकार की ‘75 प्रतिशत’ नीति के तहत रोजगार की गारंटी सुनिश्चित करनी होगी. निर्दोष ग्रामीणों पर लाठीचार्ज ने अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाती है. लेकिन, अब दमनात्मक रवैया नहीं चलेगा. ईंट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा.
जयराम महतो, केंद्रीय अध्यक्ष, जेबीकेएसएस