मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जा चुके हैं. अब लोगों को इंतजार तीन दिसंबर का है जब वोटों की गिनती की जाएगी. इस बीच एक खबर प्रदेश के ग्वालियर से सामने आ रही है. न्यूज वेबसाइट एनडीटीवी ने इस खबर को प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस ने बालाघाट में प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि अधिकारियों ने तीन दिसंबर को होने वाली गिनती से पहले डाक मतपत्र खोलने का काम किया है. मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा कि गिनती से पहले डाक मतपत्र खोले जाने का एक वीडियो सामने आया है. उन्होंने लिखा कि कांग्रेस ने छेड़छाड़ की आशंका को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.
क्या लिखा कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर
मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा-निर्वाचन को कलंकित करते बालाघाट कलेक्टर… मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने आज 27 नवंबर को ही स्ट्रांग रूम खुलवाकर बिना अभ्यर्थियों को सूचना दिए डाक मतपत्रों की पेटियां खोल दी है. अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिये बड़ा खतरा हैं. आगे कांग्रेस ने लिखा कि कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता सतर्क और चौकन्ना रहे. बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फ़िराक़ मे हैं. प्रदेश कांग्रेस के इस ट्वीट को पूर्व सीएम कमलनाथ ने री-ट्वीट किया है.
निर्वाचन को कलंकित करते बालाघाट कलेक्टर
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने आज 27 नवंबर को ही स्ट्रांग रूम खुलवाकर बिना अभ्यर्थियों को सूचना दिए डाक मतपत्रों की पेटियां खोल दी है।
अंतिम साँसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर… pic.twitter.com/I1UrKmHK5B
— MP Congress (@INCMP) November 27, 2023
वीडियो हुआ वायरल
प्रदेश कांग्रेस के द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किये गये इस वीडियो को लोग लगातार साझा कर रहे हैं. यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसपर यूजर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वीडियो की बात करें तो इसमें नजर आ रहा है कि अधिकारी एक स्ट्रॉन्ग रूम के अंदर हैं जो डाक मतपत्रों को छांट रहे हैं. इस वीडियो में कुछ लोगों की आवाज सुनाई दे रही है जो कह रहे हैं कि निर्वाचन आयोग के नियम हमें भी पता हैं. मतपत्रों को खोलने से पहले हमें सूचना देना चाहिए था. इस पूरे वाकये का वीडियो वहां मौजूद कुछ और लोग बनाते नजर आ रहे हैं.