देश में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है. उत्तर भारत में सर्दी बढ़ती जा रही है तो दक्षिण भारत के कई राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. इसका असर आज से शुरू होकर एक दिसंबर तक रहेगा.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक राजस्थान के उत्तरी भागों और इससे सटे पंजाब के मैदानी इलाकों पर एक कमजोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. 1 दिसंबर को बारिश और पहाड़ों पर छिटपुट बर्फबारी हो सकती है. मौसम में सबसे ज्यादा बदलाव जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दिखेगा.
वहीं, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों समेत दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है. हरियाणा के करनाल, अंबाला, रोहतक, हिसार, जालंधर, पटियाला, लुधियाना और फिरोजपुर शहरों में बारिश हो सकती है.
दिसंबर की शुरुआत के साथ ही तापमान में तेजी से गिरावट आनी शुरू हो जाएगी. पहाड़ों में बारिश, बर्फबारी और तापमान गिरने से मैदानी इलाकों में भी सर्दी बढ़ेगी.
दिल्ली में पिछले दो दिन के दौरान बारिश और हवा चलने से बुधवार को वायु गुणवत्ता बेहतर हुई, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को प्रदूषण के गंभीर स्तर से राहत मिली. दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में आता है जबकि मंगलवार को एक्यूआई 312 रहा था.
कश्मीर में न्यूनतम तापमान में कई डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गयी है लेकिन अधिकांश स्थानों पर यह जमाव बिंदु से ऊपर रहा तथा अगले कुछ दिनों में बर्फबारी होने का अनुमान है. अधिकारियों के मुताबिक कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में आगामी कुछ दिनों में हल्की से मध्यम दर्जे की बर्फबारी की संभावना है.
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में आगामी कुछ दिनों में हल्की से मध्यम दर्जे की बर्फबारी की संभावना है.
हिमाचल प्रदेश शीत लहर की चपेट में आ गया है. बीते 24 घंटों के दौरान ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी.
मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर इस समय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में है, जिसके कारण केंद्र शासित प्रदेश के मध्य और ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश अथवा बर्फबारी होने की संभावना है.