राजदेव पांडेय, पटना
बिहार में अब तक क्लाइमेट चेंज का सीधा असर लू के बढ़ते दायरे और मॉनसून की अनियमितता से आंका जा रहा था. लेकिन, अब इसका प्रभाव सर्दियों पर भी पड़ने लगा है. हालात यह है कि कार्तिक में अपेक्षित ठंड शुरू नहीं हो सकी. वहीं अगहन की शुरुआत में धूप अच्छी नहीं लग रही है. दरअसल, इस बार का नवंबर सात साल में सबसे गर्म रहा. नवंबर में अब भी उच्चतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से सात डिग्री अधिक चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक नवंबर 2023 में पटना का औसत अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री पार कर गया. यह सात सालों में सबसे अधिक है. इससे पहले औसत उच्चतम तापमान 2017 में 29.9, 2018 में 30.2, 2019-29.7, 2020 में 28.6, 2021 में 27.7 और 2022 में 29 डिग्री रहा. 28 नवंबर 2023 तक पटना में औसत न्यूनतम तापमान 17.8 रहा. 2017 में पटना का औसत न्यूनतम तापमान 15.5, 2018 में 16.8, 2019 में 17.7, 2020 में 18.1, 2021 में 12.9 और 2022 में 15.4 डिग्री रहा. 2021 को छोड़ दें, तो न्यूनतम तापमान से इस बार पारा काफी अधिक रहा. पटना में 19 दिन उच्चतम तापमान 30 डिग्री से अधिक रहा.
केवल 19 नवंबर को उच्चतम तापमान 25 डिग्री आया. 2023 के नवंबर में गया का औसत अधिकतम तापमान 29.17 व न्यूनतम तापमान 15.12 डिग्री, भागलपुर में औसत न्यूनतम तापमान 17.84 व अधिकतम 28.54, पूर्णिया में न्यूनतम तापमान 18.19 व अधिकतम 30.41, मुजफ्फरपुर में औसत न्यूनतम तापमान 19.1 व 28.52 डिग्री सेल्सियस रहा. यह औसतन तापमान सामान्य से अधिक ही रहा है. पांच साल में राज्य में नवंबर में शीतकालीन बारिश नहीं हुई है.
नवंबर में दो पश्चिमी विक्षोभ आते थे. इस बार एक भी नहीं आया. लिहाजा ठंडी हवाएं नहीं चल सकीं. बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का केंद्र बनने से नमी युक्त पुरवैया प्रभावी रही. पुरवैया हवा पछुआ की तुलना में गर्म अधिक होती है. – शैलेंद्र कुमार पटेल, वरिष्ठ मौसम