Sonpur Mela 2023: बिहार में ऐतिहासिक सोनपुर मेले का आगाज हो चुका है. इसमें कई तरह के स्टॉल लगाए गए है. इस बीच अब यहां ‘रेल ग्राम’ का उद्घाटन किया गया है. इसमें कई चीजों से लोग रूबरू हो पाएंगे. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में ‘‘रेल ग्राम‘‘ का महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने पूर्व मध्य रेल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष रेखा खंडेलवाल की गरिमामयी उपस्थिती में उद्घाटन किया है. इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक तरूण प्रकाश एवं सोनपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विवेक भूषण सूद सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे. ‘रेल ग्राम’ के उद्घाटन के बाद महाप्रबंधक ने समस्त रेल ग्राम परिसर का जायजा लिया और वहां अलग- अलग विभागों की ओर से लगाये गये प्रदर्शनी का अवलोकन किया . इसके बाद में महाप्रबंधक सहित सभी अधिकारियों तथा महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा एवं सदस्याओं ने ट्वॉय ट्रेन की सवारी का आनंद भी लिया.
इस मौके पर सोनपुर मंडल कला सांस्कृतिक संगठन के कलाकारों और स्काउट एंड गाइड के सदस्यों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया . रेल ग्राम में रेलवे के अलग-अलग भागों जैसे यांत्रिक, सिग्नल, वाणिज्य, संरक्षा, रेलवे सुरक्षा बल एवं चिकित्सा विभाग की प्रदर्शनी लगायी गयी है. इसके माध्यम से रेलवे द्वारा अपनी क्रिया कलापों को प्रदर्शित किया गया है . प्रदर्शनी में यात्री सेवा एवं रेल परिचालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन किया गया है . लोग यहां सिग्नल के लेकर कई चीजों से हो रूबरू हो सकते हैं. यात्रियों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं को पोस्टर द्वारा दर्शाने का प्रयास किया गया है.
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रेल ग्राम की सबसे बड़ी खासियत है कि यह सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. खास तौप पर ट्वाय ट्रेन बच्चों के मध्य विशेष आकर्षण का केंद्र है . इससे पहले सोनपुर मेले में यातायात पुलिस का भी स्टॉल लगाया था. इसमें आइट्रिपल सौ के माध्यम से फिक्स कैमरा, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, मेगा फोन, लाइट, गन सिस्टम आदि को प्रदर्शित किया जा रहा है. इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसके जरिए पुलिस बताएगी कि कैसे वह अपने कार्यक्रम का संचालन करती है.
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मालूम हो कि सोनपुर मेले को एशिया का सबसे बड़ा मेला कहा जाता जाता है. इस मेले को दूर- दूर से देखने के लिए लोग पहुंचते है. मेले को कई स्टॉल से सजाया गया है. पशु बाजार में लाखों का घोड़ा लोगों के आकर्षण का केंद्र है. विदेश से भी लोग इस मेले में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. रशिया के कलाकारों ने भी मेले में अपने कला की प्रदर्शनी दी थी. इन्होंने अपने लोक नृत्य का जादू सभी पर बिखेर दिया था. साथ ही भारत, यहां के लोग और सोनपुर मेले की जमकर तारीफ की थी. 26 दिसंबर तक यह मेला चलेगा और 32 दिनों के लिए इश मेले का आयोजन किया गया है. मेले में गाइड की भी व्यवस्था है. साथ ही इनके लिए रहने व ठहरने का भी प्रबंध किया गया है. इसके अलावा 20 स्विस कॉटेज का भी निर्माण हुआ है. पटना से सोनपुर के लिए टूट पैकेज की भी व्यवस्था की गई. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोनपुर मेला का उद्घाटन किया था. सोनपुर मेले में लोग अपने घरों का बगीचा सजाने के लिए भी पहुंचते है. यहां कई तरह के फूल मिलते है. किसान अपनी बैलों की जोड़ी के साथ फूल को खरीदने के लिए पहुंचते है. कहा जाता है कि इस मेला के माध्यम से राजा व महाराजा अपनी सेना को मजबूत करते थे. घोड़ा और तलवार की खरीददारी इस मेले के माध्यम से भी करते थे.