खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश : किसानों के फसलों की देखभाल अब ड्रोन से की जायेगी. देश के अन्य क्षेत्र की तरह अब झारखंड में भी ड्रोन के जरिए फसल और पौधों की सुरक्षा करने की पूरी तैयारी है. यह योजना किसानों को खेती-किसानी को लेकर सहूलियत प्रदान करने की मंशा से लाई गई है . ड्रोन का संचालन स्वयंसहायता समूहों (एसएचजी) से जुड़ी महिलाएं करेंगी. इसके लिए जगह-जगह प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र खोले जायेंगे. इस योजना के तहत ड्रोन्स की मदद से फसलों और पौधों को बचाने के लिए उर्वरकों, कीटनाशकों का छिड़काव और सर्वे का काम किया जाएगा. साथ ही इसकी मदद से खेतों में बीज भी डाला जा सकेगा. सरकार अगले तीन वर्षों के दौरान देश भर की महिला स्वयंसहायता समूहों को 15,000 ड्रोन उपलब्ध कराएगी, ताकि वह इस तकनीक का उपयोग आजीविका सहायता के लिए कर सकें.
दो साल में 1261 करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार
सरकार इस योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 से 2025-26 तक 1261 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और उपयोग करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. गुरुवार को नई दिल्ली से पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम ड्रोन दीदी कार्यक्रम की शुरुआत की. जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद अर्जुन मुंडा भी खरसावां के दामादिरी आर्चरी मैदान से इस कार्यक्रम में सीधे जुड़े थे. उन्होंने किसान, एसएचजी और जेएसएलपीएस की महिलाओं के साथ पीएम के संबोधन को सुना.
ड्रोन के माध्यम से खेतों में रसायन व उर्वरक के छिड़काव का दिया गया डेमोस्ट्रेशन
खरसावां के दामादिरी अर्चरी मैदान से इस योजना का डेमोंस्ट्रेशन भी किया गया. ड्रोन से खेतों का सर्वे किया गया और खेतों में रासायनिक व उर्वरक के छिड़काव से संबंधित डेमोंस्ट्रेशन दिया गया. डेमोंस्ट्रेशन देखने और इसके संबंध में जानकारी लेने के लिए बड़ी संख्या में किसान व महिला स्वयंसहायता समूहों के प्रतिनिधि पहुंचे थे. इस दौरान वहां मौजूद टेक्नीशियनों ने इस योजना के साथ-साथ ड्रोन से होने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.
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इस योजना को नमो ड्रोन दीदी नाम देते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार की इस पहल के तहत महिला स्व-सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और इसके उपयोग से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण भी देगी. यह पहल कृषि में प्रौद्योगिकी के उपयोग को प्रोत्साहित करेगी. यह एक साथ किसान और महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ता कदम है. इसके जरिए हम विकसित भारत योजना के तहत एक कदम और आगे बढ़ेंगे.
15 हजार महिलाओं को मिलेगा ड्रोन
महिला स्वयंसहायता समूह (एसएचजी) से जुड़ी महिलाओं को लखपति बनाने की योजना के तहत 15,000 महिला एसएचजी को ड्रोन मुहैया कराने का फैसला किया गया है. इस दौरान राज्य सभा सांसद सह भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई, आईटीडीए परियोजना निदेशक संदीप कुमार दोरायबुरु, पूर्व विधायक मंगल सोय, लक्ष्मण टुडू, बीडीओ प्रधान माझी, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, गणेश माहली, उदय सिंहदेव समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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