Lucknow News: यूपी सरकार के ‘मिशन रोजगार’ के अंतर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 242 सहायक बोरिंग टेक्नीशियन को नियुक्ति-पत्र वितरित किए. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘नियुक्ति-पत्र’ आपके और आप सभी के परिवार के साथ ही समाज की खुशहाली का आधार बनेगा. इस मौके पर सीएम योगी ने अपनी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाने के साथ सरकारी सेवाओं में भर्ती की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में अब निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया संपन्न की जाती है. बीते छह वर्षों में छह लाख से अधिक नौजवानों को प्रदेश में सरकारी नौकरी मिली है और प्रदेश के अंदर बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण निजी क्षेत्र में लोग केंद्र और राज्य के विभिन्न योजनाओं का लाभ लेते हुए नौकरी हासिल करने में सफल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, ‘स्टैंड अप इंडिया स्कीम, पीएम सम्मान निधि योजना आदि का अनेक प्रकार से लाभ लेते हुए कार्यक्रम को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ने का काम किया गया है, जिसका परिणाम आज हम सबके सामने है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के अंदर लाखों नौजवानों को यूपी के अंदर ही रोजगार और नौकरी की गारंटी मिली है. उन्होंने कहा कि स्वत: रोजगार के साथ भी करोड़ों लोगों को जोड़ने में सफलता मिली है. एक जिला एक उत्पाद योजना, पीएम विश्वकर्मा या उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री श्रम सम्मान योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना आदि के जरिए करोड़ों लोगों को रोजगार के साथ जोड़ते हुए उन्हें आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर भी किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा स्पष्ट है कि किसी भी युवा के साथ कोई भेदभाव नहीं हो, पारदर्शी तरीके से इन प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा कि लेकिन, जिन्हें विकास अच्छा नहीं लगता वे हर एक मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास करते हैं और वे लोग नहीं चाहते कि विकास की प्रक्रिया में बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश को इस दिशा में सफलता मिले.
उन्होंने कहा कि प्रदेश को देश के अंदर अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में 2017 के पहले तत्काल होना चाहिए था, कोई दिक्कत नहीं थी. सब कुछ मौजूद था. लेकिन, फिर भी उत्तर प्रदेश पिछड़ता चला गया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में उत्तर प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था. आप जैसे नौजवान प्रदेश में तो नौकरी नहीं पाते थे. लेकिन, जब यहां के बाहर जाते थे तो यूपी के होने की जानकारी पर पहले ही उनकी छटनी करके बाहर कर दिया जाता था. पहचान का संकट अलग से खड़ा कर दिया जाता था. यानी प्रदेश के अंदर तो शोषण होता ही था प्रदेश के बाहर जाने पर भी पहचान का संकट खड़ा कर दिया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यूपी के नागरिक देश के अंदर कहीं भी जाएगा, लोग सम्मान के साथ पेश आते हैं. पहचान का संकट खत्म हो गया है. ये सबसे बड़ी उपलब्धि है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2022 में प्रदेश के अंदर दूसरी बार डबल इंजन की सरकार आई, इसमें हम लोगों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित जूनियर इंजीनियर, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के 1438 अभ्यर्थियों का चयन किया. इसी तरह उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए ही प्रवक्ता, सहायक अध्यापकों के 436 पदों पर भी नियुक्ति की कार्रवाई को पूरा किया गया. 271 खंड विकास अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा किया गया. वहीं 49 उप जिलाधिकारी, 110 नायक तहसीलदार, 31277 सहायक अध्यापक बेसिक शिक्षा, 1160 डिप्टी कलेक्टर, प्रवक्ता, समक्षी अधिकारी की नियुक्ति की गई. इसी तरह 267 नायब तहसीलदार, सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा 332 पदों पर आबकारी सिपाही की नियुक्ति की गई. 1354 स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई. इसी तरह 431 वरिष्ठ प्राविधिक सहायक कृषि सेवा, 9055 सहायक सब इंस्पेक्टर को नौकरी दी गई, इनमें सिविल पुलिस के लेकर पीएसी के प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी शामिल हैं. इसी तरह लोक सेवा आयोग के जरिएचयनित पीसीएस 2021 के 496 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया. विभिन्न विभागों से जुड़े हुए 795 नवचयनित अधिकारियों को भी नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया. वहीं 7182 एएनएम की भर्ती भी हुई. 1148 उपनिरीक्षक और सहायक उपनिरीक्षक, 277 आरक्षी के पदों पर नियुक्ति की गई. ये उत्तर प्रदेश पुलिस वे कुशल खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक में एशियाई गेम आदि में मेडल प्राप्त किया था. इन कुशल खिलाड़ियों के नियुक्ति पत्र की कार्रवाई दो चरणों में की गई. एक बार 277 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिए गए फिर दूसरी बार में ऐसे 333 खिलाड़ियों का चयन किया गया. इसी तरह कुल 500 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है. वहीं 510 समीक्षा अधिकारी, 400 समीक्षा अधिकारी, कार्यशाला अधीक्षक अनुदेशक और कनिष्ठ सहायक के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया. इसके अलावा 1573 एएनएम, 240 कनिष्ठ सहायक और 293 फार्मासिस्ट की नियुक्ति की प्रक्रिया को सरकार में आने के बाद सकुशलता पूर्वक संपन्न किया गया है.