42 जंगली हाथियों का झुंड बिरनी की कपिलो पंचायत अंतर्गत रजमनिया जंगल में तीन दिनों से डेरा जमाए हुए है. शनिवार शाम को जंगल से निकलकर यह झुंड रविवार की सुबह तक रजमनियां के करीब 20-25 एकड़ जमीन पर लगे धान व आलू की फसल को रौंदकर नष्ट कर दिया. हाथियों के इस उत्पात से दर्जनाधिक किसान प्रभावित हुए. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के झुंड ने गत शुक्रवार से रजमनियां जंगल में डेरा डाला हुआ है. शाम होते ही जंगल से बाहर निकल यह झुंड खेतों में लगी फसलों को रौंद दे रहा है. हाथियों के झुंड ने बीते गुरुवार 30 नवंबर की अलसुबह बिरनी के बेहराबाद जंगल में प्रवेश किया है. गुरुवार शाम को उसी गांव के धान खेतों में हाथियों ने खूब तबाही मचायी. वहां से निकल अब रजमनियां जंगल में झुंड ने तीन दिनों से डेरा जमाया है.
विभाग ने मांगा आवेदन
ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए वन विभाग लगातार चार दिनों से हाथियों के पीछे-पीछे चल रहा है और झुंड को बड़े जंगल में ले जाने का प्रयास भी हो रहा है. प्रभारी वनपाल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद व अबोध महथा, वीरेंद्र प्रसाद किसानों को हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं. प्रभारी वनपाल श्री प्रसाद ने बताया कि हाथियों के झुंड ने रजमनियां गांव में धान की काफी फसल नष्ट की है. इसका आकलन किया जा रहा है. पीड़ित किसानों से विभाग में आवेदन देने को कहा. विभाग मुआवजा देगा.
रजमनियां के इन किसानों की फसल हुई नष्ट
कन्हैया साव 80 डिसमिल, किशोर साव 400 डिसमिल, राजेंद्र साव 80, प्रकाश साव 75 डिसमिल, सिकंदर साव 55 डिसमिल, धानेश्वर साव 55 डिसमिल, शिवलाल साव 65 डिसमिल, अंजू देवी 25 डिसमिल, सरजू साव 35 डिसमिल, बासुदेव साव 45 डिसमिल, जगदीश साव 30 डिसमिल, महेंद्र साव 30 डिसमिल, धान फसल व किशोर साव का 40 डिसमिल में लगी आलू की फसल नष्ट कर दी है. पीड़ितों ने बताया कि काफी पूंजी व मेहनत से रोपाई की थी. हाथियों ने फसल नष्ट कर किसानों की कमर तोड़ दी है.
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