रांची : वर्ष 2019 से शुरू जल जीवन मिशन के तहत झारखंड में मात्र 28.40 लाख परिवार तक ही नल से जल पहुंच पायी है. ग्रामीण इलाके में नल जल योजना के माध्यम से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के 61.77 लाख परिवार तक पीने का पानी पहुंचाना है. इस योजना की शुरुआत के समय झारखंड के महज 5.59 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को नल से जल की सुविधा उपलब्ध थी, लगभग साढ़े चार वर्षों में बढ़कर 45.97 प्रतिशत तक पहुंच सकी है. राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने सदन में केंद्र सरकार से पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता, जल संचयन, संग्रहण और संरक्षण को प्रोत्साहित करने की योजना की जानकारी मांगी.
सांसद श्री साहू के सवाल पर जल शक्ति मंत्रालय के राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि देश में झारखंड सहित पहाड़ी एवम दुर्गम क्षेत्र के साथ प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल जल कनेक्शन के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाना है. भारत सरकार अगस्त 2019 से जल जीवन मिशन के द्वारा हर घर जल का कार्यान्वयन कर रही है. राज्यमंत्री ने सदन को बताया कि मिशन की घोषणा के समय देश के 3.23 करोड़ यानी मात्र 17 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास नल जल कनेक्शन उपलब्ध था. आज लगभग 19.24 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से लगभग 13.69 करोड़ यानी 71 प्रतिशत परिवारों के पास नल जल कनेक्शन योजना पहुंच चुकी है. उन्होंने बताया कि अंडमान निकोबार,गोवा,गुजरात,हरियाणा , हिमाचल, पांडिचेरी,पंजाब,तेलंगाना जैसे राज्यों में यह योजना 100 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक पहुंच गयी है.
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