Sukhdev Singh Gogamedi : राजस्थान में बीते दिन मंगलवार को राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पूरे राजस्थान में जहां इस कांड के बाद गुस्से का उबाल है वहीं, राजस्थान पुलिस ने कहा है कि वह अपराधियों को 72 घंटे के भीतर गिरफ्तार करेंगे. इस बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्य पुलिस प्रमुख को कई बार पत्र लिखने और आशंका व्यक्त करने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह हत्या एक साजिश के तहत की गई है.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद दर्ज FIR में उनकी पत्नी शीला शेखावत ने यह भी दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने फरवरी महीने में ही राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को करणी सेना प्रमुख की हत्या की साजिश के बारे में जानकारी दी थी. साथ ही जयपुर एंटी टेरर स्क्वाड ने भी इसी तरह का इनपुट उन्हें दिया था. साथ ही शीला शेखावत ने यह भी आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उमेश मिश्रा ने इनपुट मिलने के बाद भी गोगामेड़ी को सुरक्षा कवर नहीं दिया था.
उनकी पत्नी शीला शेखावत ने यह भी कहा है कि उन्हें पहले भी कई धमकियां मिली है. ऐसे में यह संभव है कि यह धमकी उनके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक कार्यों का परिणाम हो. जानकारी हो कि बीते मंगलवार को जयपुर स्थित उनके आवास पर शादी का कार्ड देने के बहाने आए कुछ लोगों ने पहले चाय पी फिर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर उनकी हत्या कर दी. उनपर करीब 17 राउंड फायरिंग की गई हो. इस मामले में दो अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर बताए जा रहे है.
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पत्नी शीला शेखावत ने यह भी कहा है कि उन्होंने अपने पति की हत्या में “अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी” रोहित गोदारा, जो कनाडा में छिपा हुआ है, के साथ-साथ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की संलिप्तता के बारे में पढ़ा था. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस हत्याकांड में कई “विदेशी आतंकवादी” शामिल थे और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कई बार उनसे खतरे की बात कही थी. बता दें कि जो दो शूटर फरार हैं उनकी पहचान रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि हो सकता है कि वे भाड़े के हत्यारे हों और उनकी गिरफ्तारी मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण होगी.
जानकारी हो कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का नाम कई आपराधिक मामलों में भी लिया गया था और पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या उसकी हत्या किसी अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता का नतीजा थी. पुलिस ने शूटरों को ढूंढने के लिए कई टीमों का गठन किया है और उनकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली किसी भी जानकारी के लिए प्रत्येक को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. पुलिस महानिदेशक ने एक विशेष जांच दल का भी गठन किया है.