Bihar News: बिहार के दरभंगा जिले में स्थित एयरपोर्ट ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है. यहां स्ट्रेचर समेत मरीज को सुरक्षित बैंगलोर पहुंचाया गया है. इससे पहले भी दरभंगा एयरपोर्ट ने रात में लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था. जिले में स्पाइस जेट विमान के कर्मचारियों ने इतिहास रचा है. मधुबनी के एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालिद हुसैन के साथ ही शाहिद रजा ने स्ट्रेचर के साथ एक मरीज को इलाज के लिए दरभंगा से बैंगलोर ले जाने में सफलता हासिल की है. इसे एक सकारात्मक शुरूआत के तौर पर देखा जा रहा है. दरभंगा के साथ- साथ आसपास के जिलों में भी एक नई उम्मीद की किरण जग चुकी है. बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालिद हुसैन और शाहिद रजा ने एक बार फिर इसे साबित कर दिया है. यहां के लोग काफी प्रतिभावान है. मरीज को स्ट्रेचर समेत सुरक्षित बैंगलोर तक इलाज के लिए पहुंचाना एक कामयाबी है.
स्ट्रेचर के साथ एक मरीज के विमान में उड़ान भरने के कारण हर कोई मरीज के अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहा है. मरीज को सफलतापूर्वक बैंगलोर तक पहुंचा दिया गया है. बताया जाता है कि मरीज को उसके रीढ़ की हड्डी में परेशानी थी. इसके बाद वह चल नहीं सकते थे. उन्हें अच्छे इलाज की आवश्यकता थी. इसके बाद स्ट्रेचर के सहारे मरीज को इलाज के लिए सुरक्षित राज्य से बाहर पहुंचाया गया है. बैंगलौर में अब मरीज का इलाज होगा. यह यहां के लोगों के लिए एक सुख से भरा क्षण था. लोग मरीज के अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं. यात्री के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए भी यह एक कामयाबी है. सभी में खुशी देखने को मिली है.
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जिले में स्पाइस जेट विमान के कर्मचारियों ने इतिहास रचा है. मधुबनी के एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालिद हुसैन के साथ ही शाहिद रजा ने स्ट्रेचर के साथ एक मरीज को इलाज के लिए दरभंगा से बैंगलोर ले जाने में सफलता हासिल की है. इसे एक सकारात्मक शुरूआत के तौर पर देखा जा रहा है. दरभंगा के साथ- साथ आसपास के जिलों में भी एक नई उम्मीद की किरण जग चुकी है. बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालिद हुसैन और शाहिद रजा ने एक बार फिर इसे साबित कर दिया है. यहां के लोग काफी प्रतिभावान है. मरीज को स्ट्रेचर समेत सुरक्षित बैंगलोर तक इलाज के लिए पहुंचाना एक कामयाबी है.
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इंजीनियरों के प्रयास ने मरीज को इलाज के लिए बड़े चिकित्सकों के पास जगह पहुंचाया है. इससे पहले दरभंगा एयरपोर्ट पर विमान ने रात में लैंडिंग की थी. इसके साथ टेक ऑफ भी किया था. वहीं, एयपोर्ट पर रात में रौशनी की भी व्यवस्था नहीं है. इसके बावजूद यहां विमान की लैंडिंग हुई. स्पाइसजेट के विमान ने 189 यात्रियों को लेकर रात में लैंडिंग की थी. यह बिल्कुल सुरक्षित रहा. बताया जाता है कि सैटेलाइट के माध्यम से इस प्रकिया को पूरा किया गया था. आजादी से पहले इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य हुआ था. समय के साथ यह कई ऊंचाईयों को छू रहा है. साथ ही इतिहास भी रच रहा है. आगे भी एयरपोर्ट की ओर से अच्छे कार्य की लोगों को उम्मीदें है. मरीज की सफल लैंडिंग के बाद सभी आगे भी ऐसे कार्य की उम्मीद कर रहे हैं. इंजीनियर खालिद हुसैन और शाहिद रजा की हर कोई सराहना कर रहा है.
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