तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा मामले पर एथिक्स कमेटी शुक्रवार को किसी भी समय अपनी रिपोर्ट लोकसभा में पेश कर सकती है. रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद मोइत्रा की संसद सदस्या खत्म करने का प्रस्ताव भी लाया जा सकता है. इधर भारतीय जनता पार्टी ने संसद में अपने सांसदों की उपस्थिति को लेकर व्हिप जारी किया है.
दोपहर 12 बजे के बाद किसी भी समय एथिक्स कमेटी कर सकती है रिपोर्ट पेश
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा मामले में संसद की एथिक्स कमेटी शुक्रवार को दोपहर 12 बजे के बाद किसी भी समय अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है.
बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए जारी किया व्हिप
बीजेपी ने लोकसभा के अपने सभी सांसदों को 8 दिसंबर 2023 को सदन में उपस्थित रहने के लिए एक लाइन व्हिप जारी किया है. पार्टी की ओर से कहा गया कि कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर चर्चा की जाएगी और सरकार के रुख का समर्थन किया जाएगा.
BJP issues a line whip to all its MPs of Lok Sabha to be present in the house on 8th December 2023 as some very important legislative business will be taken up for discussion and to support the government's stand: BJP pic.twitter.com/mWFm6Cf7TR
— ANI (@ANI) December 7, 2023
सोमवार को ही पेश किया जाना था रिपोर्ट
लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट सोमवार को सदन की कार्यसूची के अनुसार पेश की जानी थी, लेकिन पेश नहीं किया जा सका. जिसपर विपक्ष के कुछ सांसदों ने हैरानी जताई. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि रिपोर्ट किस कारण से प्रस्तुत नहीं की गई, उसका कारण समिति को ज्यादा अच्छी तरह पता होगा. उन्होंने कहा कि कोई वजह रही होगी जिसने उन्हें सोमवार को रिपोर्ट पेश नहीं करने के लिए बाध्य किया. चौधरी ने कहा, आज या कल, किसी दिन तो यह पेश की जाएगी.
क्या है महुआ मोइत्रा पर आरोप
दरअसल तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ का आरोप लगा है. इस मामले को लेकर उनको निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि महुआ ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में अदाणी ग्रुप और पीएम मोदी पर लगातार हमला बोला और इसी मुद्दे से जुड़े सवाल उठाए. दुबे ने आरोप लगाया था, इसके बदले बिजनेसमैन से महुआ को गिफ्ट्स मिले थे. महुआ पर ये भी आरोप लगे थे कि उन्होंने अपनी संसदीय आईडी का लॉगइन पासवर्ड व्यापारी के साथ शेयर किया था.
एथिक्स कमेटी ने 9 नवंबर को मोइत्रा के आरोपों पर निष्कासित करने की सिफारिश को स्वीकार किया था
समिति ने 9 नवंबर को अपनी एक बैठक में मोइत्रा को ‘पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने’ के आरोपों में लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली रिपोर्ट को स्वीकार किया था. समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था. इनमें कांग्रेस से निलंबित पार्टी सांसद परणीत कौर भी शामिल थीं. समिति के चार विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट पर असहमति नोट दिए थे.