पटना एयरपोर्ट का नया एटीसी आवर और टेक्निकल ब्लॉक गुरुवार से पूरी तरह काम करने लगा. विदित हो कि लगभग तीन महीनों से इसका पैरेलल रन चल रहा था. इसमें पुराने एटीसी टावर और टेक्निकल ब्लॉक के साथ इसे भी चलाया जा रहा था. लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के बाद एयरपोर्ट प्रशासन ने इसे फुल फ्लेज्ड चलाने की इजाजत मांगी. उसके बाद डीजीसीए और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी ने इसके परफॉर्मेंस की जांच की और सब कुछ मानक के अनुरूप पाये जाने पर इसे सिंगल रन की इजाजत दे दी. एयरपोर्ट निदेशक अंचल प्रकाश ने बताया कि गुरुवार से पुराने एटीसी टावर और टेक्निकल ब्लाॅक् का इस्तेमाल बंद कर दिया गया और नये एटीसी टावर और टेक्निकल ब्लॉक का पूरी तरह इस्तेमाल किया जाने लगा.
नये एटीसी टावर की ऊंचाई पहले की अपेक्षा अधिक है और इसका आकार भी बड़ा है. साथ ही इससे जुड़े नये टेक्निकल ब्लाॅक में सीएनएस (कम्युनिकेशन, नेवीगेशन और सर्विलांस) से संबंधित अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं. इसके कारण विमानों को उतरने और उड़ने में अब अधिक सहूलियत होगी और पहले दो फ्लाइट ऑपरेशन के बीच चार से पांच मिनट का गैप होता था जबकि अब दो से तीन मिनट के गैप पर भी फ्लाइट ऑपरेशन संभव हो पायेगा.