Apple I-Phone Production: एप्पल जल्द से जल्द आई-फोन की मैन्युफैक्चरिंग को भारत में बढ़ावा देना चाहती है. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गुरुवार को इसमें शामिल लोगों का हवाला देते हुए बताया कि ऐप्पल और उसके आपूर्तिकर्ताओं का लक्ष्य अगले दो-तीन वर्षों के भीतर भारत में हर साल 50 मिलियन से अधिक आईफोन बनाने का है.
कंपनी की इस योजना का फायदा उठाते हुए टाटा ग्रुप ने देश में एन नया आईफोन असेंबली प्लांट लगाने का प्लान बनाया है. बड़ी बात ये है कि ये भारत में सबसे बड़ा आईफोन असेंबली प्लांट में से एक होगा.
ब्लूमबर्ग ने मामले से जुड़े लोगों का हलावा देते हुए बताया है कि टाटा ने तमिलनाडु के होसुर में अपनी फैक्ट्री लगाने का मन बनाया है. प्लांट में लगभग 20 असेंबली लाइनें होंगी. इससे दो साल में कम से कम 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. कंपनी की कोशिश है कि 12 से 18 महीने में चालू करने का लक्ष्य है.
बता दें कि टाटा के पास पहले से कर्नाटक में एक आई-फोन फैक्ट्री है. इसे टाटा ने इलेक्ट्रॉनिक कंपनी विस्ट्रॉन से खरीदा है. समझा जा रहा है कि कंपनी अपने ऑपरेशन में विविधता लाने के लिए चीन से बाहर भारत, थाइलैंड, मलेशिया और अन्य जगहों पर असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स के साथ काम कर रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, टाटा का नया प्लांट मिड साइज का होगा. ये प्लान कर्नाटक में मौजूद प्लांट से बड़ा और फॉक्सकॉन की चीन स्थिति सबसे बड़ी iPhone फैक्ट्रियों से हल्का छोटा होगा. आई फोन कर्नाटक वाले प्लांट में अभी दस हजार के आसपास लोगों काम कर रहे हैं.
नमक से लेकर हवाई जहाज तक के कारोबार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाली टाटा ग्रुप, एप्पल के साथ अपना कारोबार बढ़ाने को लेकर कई कदम उठा रही है. बताया जा रहा है कि कंपनी ने होसुर में अपनी मौजूदा फैसिलिटी में हायरिंग को बढ़ा दिया है. यहां अभी, आईफोन के आईफोन एनक्लोजर या मेटल केसिंग का उत्पादन होता है.
वर्तमान में एप्पल ने अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए देश में अभी तक अपनी तरफ से दो स्टोर खोला है. जबकि, तीन और स्टोर खोलने की संभावना जतायी जा रही है. जबकि, टाटा एप्पल प्रोडक्ट्स पर केंद्रित 100 रिटेल स्टोर लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहा है.
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