धनबाद: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने धनबाद के आईआईटी आईएसएम के 43वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह दीक्षांत समारोह आपकी अकादमिक यात्रा का अंत नहीं है, बल्कि आपको आगे भी सीखते रहना है. भारत आज तेज गति से विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है और यह बढ़त अजेय है. भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अब हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है. भारत की तकनीकी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज हमें लीक से हटकर सोचना पड़ेगा. भारत क्वांटम कंप्यूटिंग, ग्रीन हाइड्रोजन और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ चुका है. उपराष्ट्रपति ने छात्रों से टेक्नोलॉजी से जुड़ने का आह्वान किया. उन्होंने छात्रों को भारतीय संसद देखने के लिए आमंत्रित किया और उनके साथ लंच करने का भी आमंत्रण दिया.
धनबाद में पहली बार आए कोई उपराष्ट्रपति
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद धनबाद में पहली बार कोई उपराष्ट्रपति पहुंचे. रविवार को आईआईटी आईएसएम के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की सुरक्षा के लिए व्यापक बंदोबस्त किए गए थे. बरवाअड्डा एयरपोर्ट से आईएसएम स्थित कार्यक्रम स्थल तक चप्पे-चप्पे पर जैप, जिला पुलिस के जवान व अधिकारी तैनात थे. काफिला गुजरने से पहले संबंधित रूट पर ट्रैफिक ब्लॉकेज लिया गया था.
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आईएसएम के दीक्षांत समारोह में शामिल होती रही हैं बड़ी हस्तियां
आईआईटी आईएसएम के दीक्षांत समारोह में देश की नामचीन हस्तियां शामिल होती रही हैं. इसमें कई संवैधानिक प्रमुख से लेकर देश के कई बड़े उद्योगपति शामिल रहे हैं. वर्ष 2014 में यहां आयोजित दीक्षांत समारोह में देश के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आये थे. लगभग एक दशक बाद आज आइआइटी आइएसएम में आयोजित दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति पहुंचे. कार्यक्रम में राज्यपाल, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सहित कई बड़े राजनेता मौजूद थे.
दीक्षांत समारोह को लेकर था उत्साह का माहौल
दीक्षांत समारोह को लेकर आईआईटी आईएसएम में सुबह से ही उत्साह का माहौल रहा. नौ दिसंबर से ही आइआइटी परिसर में पास आउट छात्र-छात्राओं के आने का दौर शुरू हो गया था. कोई अपने माता-पिता के साथ तो कोई भाई के साथ पहुंचा था. इस दौरान छात्र-छात्राएं आपस में मिल कर पढ़ाई के दौरान की यादों को ताजा करते दिखे. दोस्तों को अपने परिजनों से मुलाकात करा रहे तो परिजन भी उनके उत्साह को बढ़ाते दिखे.
हंसी-मजाक का चला दौर
कैंपस में पढ़ाई पूरी होने के बाद दीक्षांत समारोह में फिर से जुटे छात्र-छात्राओं ने एक-दूसरे से मिल कर हालचाल लिया. वहीं दूसरी ओर ग्रुप में छात्र-छात्राएं हंसी-मजाक करते दिखे. पढ़ाई के दौरान बीताये गये दिनों को याद करते और ठहाके मार कर हंस पड़ते. फिर मोबाइल फोन निकाला यादों को कैमरे में कैद करते दिखे.