अलीपुरदुआर में प्रशासनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने कहा कि केंद्र सरकार को बकाया राशि का भुगतान करना होगा. यह रुपये गरीबों के हैं. बकाया रुपये दें या गद्दी छोड़ें. उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जा रही हैं. उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मिलने का समय देंगे. उन्होंने कहा कि यदि बकाया रुपये नहीं मिले, तो दिल्ली में ही वह धरना शुरू करेंगी. साथ ही बेमौसम हुई बारिश से किसानों को हुए नुकसान को लेकर उन्होंने चिंता जतायी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि बीमा की राशि 12 दिसंबर से पहले किसानों के अकाउंट में पहुंच जायेगी.
12 दिसंबर को एक करोड़ 20 लाख किसान कृषि बंधु योजना के रुपये भी पा जायेंगे. जिन किसानों ने बीमा कराया है, उनके अकाउंट में रुपये पहुंच जायेंगे. यदि किसी ने बीमा नहीं कराया है, तो दुआरे सरकार शिविर में जाकर पंजीकरण करा लें. उन्होंने कहा कि आदिवासियों के नाम पर बहुत फर्जी प्रमाण-पत्र बनाये गये हैं. इससे सरकारी परिसेवा पानेवाले असली हकदार वंचित हो रहे हैं. उन्होंने सभी फर्जी प्रमाणपत्र को जल्द ही रद्द कर दिया जायेगा. आदिवासियों को उनका हक जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जिन आदिवासियों को प्रमाणपत्र नहीं मिला है, वह दुआरे सरकार शिविर में जाकर इसे बना लें.
15 दिसंबर से जिलों में दुआरे सरकार शिविर शुरू होने जा रहा है. उनका कहना था कि सभी चाय बागान श्रमिकों को जमीन का पट्टा दिया जायेगा. साथ ही उन्हें मकान बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये भी मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने साथ ही बंद चाय बागान श्रमिकों को 1500 रुपये प्रति माह भत्ता देने की भी घोषणा की. इसी महीने से इसे लागू करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि श्रमिकों को नि:शुल्क बिजली भी दी जायेगी.
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