बरमसिया स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में सोमवार को नोडल अधिकारी सह कर्नल जेके सिंह के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया. ढाई घंटे तक चले अभियान में एक चार्जर, एक हेड फोन, केबल बरामद किया गया. कर्नल जेके सिंह ने बताया कि इस टीम में सैप टू बटालियन के जेसीओ के अलावा 35 लोगों की टीम अंदर गयी और एक-एक वार्ड का निरीक्षण किया गया. टीम पूर्वाह्न 10 बजे के आसपास अंदर गयी और पहले संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया. सूत्रों ने बताया कि अभी संप्रेक्षण गृह में हत्या, चोरी, रेप व अन्य तरह के मामलों में लगभग 50 बाल बंदी हैं और जो अलग अलग जिला के हैं. पहले बाल संप्रेक्षण गृह में मारपीट की घटनाएं होती रहती थी, लेकिन इधर सैप के कमान संभालने के बाद बहुत हद तक कंट्रोल किया गया है.
बच्चों के इंटेलिजेंस का किया जायेगा विकसित
झारखंड के सभी संप्रेक्षण गृह के बाल बंदियों के इंटेलिजेंस को विकसित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इस संबंध में कर्नल जेके सिंह ने बताया कि आठ तरह का इंटेलिजेंस होता है और सभी बच्चों में अलग-अलग होते हैं. ऐसे बच्चों को विकसित करने के लिए 15 दिनों के अंदर कार्यक्रम शुरू किया जायेगा और जो बच्चे पढ़ने में, कोई खेलने, कोई पेंटिंग व अन्य तरह की एक्टिविटी में इंट्रेस्टेड होंगे, उन्हें उसी तरह की ट्रेनिंग दी जायेगी, ताकि वे बाहर निकलने के बाद समाज के बीच में अच्छे नागरिक की तरह रह सकें.
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